नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की 125वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने नई दिल्ली में इंडिया गेट पर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा (Hologram Statue) का अनावरण किया. जब तक उस जगह पर मूर्ति स्थापित नहीं हो जाती तब तक होलोग्राम प्रतिमा प्रतीक के रूप में वहां रहेगी.
इस समारोह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक स्थान और ऐतिहासिक अवसर है."
जिन्होंने भारत की धरती पर पहली आजाद सरकार को स्थापित किया था, हमारे उन नेताजी की भव्य प्रतिमा आज डिजिटल स्वरूप में इंडिया गेट के समीप स्थापित हो रही है. जल्द ही इस होलोग्राम प्रतिमा के स्थान पर ग्रेनाइट की विशाल प्रतिमा भी लगेगी. सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेजों के सामने झुकने से इनकार कर दिया था. नेताजी की प्रतिमा लोकतांत्रिक मूल्यों और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी.नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
समारोह में मौजूद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "नेताजी की 125वीं जयंती पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य प्रतिमा लगाने का निर्णय मोदी जी ने लिया है. ये प्रतिमा देश की आने वाली पीढ़ियों को पराक्रम, देशभक्ति और बलिदान की प्रेरणा देगी. ये प्रतिमा देश के करोड़ों लोगों के मन के भाव की अभिव्यक्ति होगी."
28 फीट लंबी है होलोग्राम प्रतिमा
होलोग्राम प्रतिमा को 30,000 लुमेन 4K प्रोजेक्टर द्वारा दिखाया जा रहा है. एक अदृश्य होलोग्राफिक स्क्रीन इस तरह से लगाई गई है कि यह वहां पहुंचने वालों को दिखाई नहीं दे रही है.
होलोग्राम का प्रभाव पैदा करने के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 3D छवि को उस पर प्रोजेक्ट किया गया है. होलोग्राम प्रतिमा का आकार 28 फीट ऊंचा और 6 फीट चौड़ा है.
28 फीट लंबी होलोग्राम प्रतिमा को एक छत्र के नीचे स्थापित किया गया है जिसमें किंग जॉर्ज पंचम की मूर्ति हुआ करती थी. 1968 में उनकी प्रतिमा को हटा दिया गया था.
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