प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नागरिकता प्रमाणपत्र पता करने के लिए एक RTI दायर हुई है. इस RTI के जवाब में प्रधानमंत्री ऑफिस (PMO) ने कहा है कि पीएम का नागरिकता प्रमाणपत्र होने का सवाल ही पैदा नहीं होता है क्योंकि वो जन्म से ही भारतीय नागरिक हैं. ये RTI, शुभांकर सरकार नाम के शख्स ने दायर की थी.
1955 के नागरिकता कानून के सेक्शन 3 के मुताबिक प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जन्म से ही भारत के नागरिक हैं. ऐसे में उनके नागरिकता प्रमाणपत्र होने का सवाल ही नहीं उठता है क्योंकि वो रजिस्ट्रेशन से नागरिकता के लिए होता है.PMO ऑफिस का जवाब
RTI में क्या है?
सबसे पहले 'द सियासत डेली' ने ही खबर को रिपोर्ट किया था. उसकी खबर कहती है कि PMO का जवाब 'अस्पष्ट और साफ नहीं था.'
वरिष्ठ पत्रकार सिमी पाशा ने RTI की कॉपी और उसके जवाब को ट्वीट किया था.
"PMO ने कहा- कागज नहीं दिखाएंगे"
RTI पर PMO का जवाब वायरल हो गया है. इस पर नेताओं, सोशल एक्टिविस्ट और पत्रकारों के साथ ही कई लोगों का रिएक्शन आ रहा है. ट्विटर पर लोगों ने कहा, "PMO ने कह दिया है कि कागज नहीं दिखाएंगे."
('द सियासत डेली' के इनपुट के साथ)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)