पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के ब्रिटेन में होने की बात कंफर्म हो गई है. यूनाइटेड किंगडम के आधिकारिक एजेंसियों ने इस खबर की पुष्टि की है कि नीरव उनके देश में ही है. इसके बाद सीबीआई ने प्रॉपर चैनल के जरिए नीरव के प्रत्यर्पण की अपील को आगे बढ़ाने का फैसला किया है.
प्रत्यर्पण के लिए भारत ने UK से मांगी थी मदद
विदेश मामलों के राज्यमंत्री वी के सिंह ने पिछले दिनों संसद में बताया था कि सरकार ने भगोड़े नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन सरकार को एक रिक्वेस्ट भेजा है. उन्होंने कहा कि लंदन में भारत के उच्चायोग (एचसीआई) के विशेष राजनयिक विभाग के जरिए ब्रिटेन सरकार तक इस रिक्वेस्ट को पहुंचा दिया गया है.
यूरोपीय देशों से भी भारत ने किया था रिक्वेस्ट
पिछले दिनों भारतीय विदेश मंत्रालय ने यूरोप के कुछ देशों से नीरव मोदी को तलाशने के लिए मदद मांगी थी. मंत्रालय ने फ्रांस, ब्रिटेन और बेल्जियम को पत्र लिखकर नीरव की तलाश करने में मदद करने को कहा. साथ ही उसे एक जगह से दूसरी जगह जाने से रोकने के लिए भी मदद मांगी.
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पिछले कुछ समय से ये खबर आ रही थी कि मोदी ब्रिटेन पहुंच चुका है और वह वहां राजनीतिक शरण लेना चाहता है. पीएनबी घोटाले के खुलासे के बाद से नीरव मोदी फरवरी से ही देश से फरार है.
नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस
पीएनबी घोटाले के खुलासे के करीब पांच महीने बाद जुलाई में आखिरकार मुख्य आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया. सीबीआई ने इंटरपोल से अनुरोध किया था कि जल्द से जल्द नीरव के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाए.
नीरव मोदी का पासपोर्ट रद्द किया जा चुका है. इसके बावजूद वह लगातार विदेश यात्राएं किए जा रहा है. सीबीआई ने इंटरपोल के सभी 190 देशों को नीरव मोदी को रोकने के बारे में चिट्ठी लिखी थी. मोदी के पास 6 पासपोर्ट हैं, जिनमें कम से कम तीन भारतीय हैं.
एक पासपोर्ट भारत ने रद्द किया, तो उसने दूसरे भारतीय पासपोर्ट से विदेश यात्राएं कर डालीं. अब दूसरा भी रद्द किया गया है. इसी मामले से एक बात और सामने आई है कि घोटाले की जांच करने वाले सीबीआई ज्वाइंट डायरेक्टर राजीव सिंह का ऑफिशियल ई-मेल अकाउंट हैक हो गया.
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