नोटबंदी के मुद्दे पर केंद्र सरकार की आलोचना करने के बाद बॉलीवुड अभिनेता प्रकाश राज ने राष्ट्रगान मामले पर बड़ा बयान दिया है.
रविवार को प्रकाश राज ने कहा, 'मुझे नहीं लगता है कि किसी व्यक्ति को सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान के दौरान खड़े होकर अपनी देशभक्ति दिखानी चाहिए.'
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, देशभर के सभी सिनेमा हॉल को फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाना जरूरी है.
अभिनेताओं का नेता बनना देश के लिए त्रासदी
अभिनेता प्रकाश राज ने ये साफ कर दिया है कि वो किसी राजनीति पार्टी में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा, बॉलीवुड अभिनेताओं का राजनीतिक पार्टी में शामिल होना उन्हें पसंद नहीं है और ये देश के लिए त्रासदी है.
मैं कोई राजनीतिक पार्टी में शामिल नहीं हो रहा हूं. मुझे किसी एक्टर का राजनीति में शामिल होना पसंद नहीं है. उनके फैन होते हैं. अपने फैन के प्रति हमेशा जिम्मेदारी निभानी चाहिए.प्रकाश राज, अभिनेता
प्रकाश राज के इस बयान से कुछ ही दिनों पहले अभिनेता कमल हासन ने अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया था. इसके अलावा कई अभिनेता ऐसे हैं, जो एक्टिंग की दुनिया में नाम कमाकर राजनीति में आ गए.
प्रकाश राज का नोटबंदी पर निशाना
कुछ ही दिन पहले अभिनेता प्रकाश राज ने नोटबंदी के फैसले को केंद्र सरकार की सबसे बड़ी भूल बताया था. प्रकाश ने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा था,
अमीरों को अपने कालेधन को नए नोट में बदलने का तरीका मिल गया. इसके प्रभाव ने लाखों लोगों को असहाय कर दिया और असंगठित क्षेत्र के कामगार बेरोजगार हो गए. क्या आप अपने समय की सबसे बड़ी गलती के लिए माफी मांगेंगेप्रकाश राज
कुछ दिन पहले प्रकाश ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर पीएम मोदी की 'चुप्पी' की निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि मोदी की चुप्पी 'डरावनी' है.
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