कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर रस्साकशी चल रही है. मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के वोटों की काउंटिंग हुई, जिसमें किसी भी राजनीतिक दल को बहुमत नहीं मिला. 222 सीटों के लिए हुए चुनाव के नतीजों में बीजेपी को 104 सीट, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें हासिल हुईं.
यानी कि कर्नाटक में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि कांग्रेस दूसरे और जेडीएस तीसरे नंबर पर है. लेकिन डेमोक्रेसी का कमाल देखिए, जो सबसे छोटी पार्टी है, वो सरकार बनाने की तैयारी कर रही है और सबसे बड़ी पार्टी विपक्ष में रहने को मजबूर दिख रही है.
1997 में प्रमोद महाजन ने बताया था डेमोक्रेसी का कमाल
कर्नाटक के मौजूदा हालातों के बीच एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में बीजेपी के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन संसद के भीतर डेमोक्रेसी का कमाल बताते नजर आ रहे हैं.
यह वीडियो साल 1997 का बताया जा रहा है. उस दौरान प्रमोद महाजन सांसद थे और उनकी पार्टी बीजेपी विपक्ष में थी. प्रमोद महाजन ने संसद में तत्कालीन पीएम देवगौड़ा के विश्वास प्रस्ताव के दौरान एक उदाहरण सुनाया था.
चीन में एक संसदीय यात्रा थी...हम भी वहां गए...चीन में लोकतंत्र को लेकर बड़ी उत्सुकता थी...वहां के लोगों ने हमसे पूछा कि आपके यहां डेमोक्रेसी कैसे चलती है? तो मैंने उन्हें बताया- मैं प्रमोद महाजन, लोकसभा का सदस्य हूं. मेरी पार्टी संसद में सबसे बड़ी पार्टी है और हम विपक्ष में हैं. चीनी नागरिक मुझे गौर से देखने लगा. उसने पूछा- आपकी पार्टी संसद में सबसे बड़ी पार्टी है? मैंने कहा- हां. फिर मैंने चिंतामणि जी की ओर हाथ किया. मैंने बताया कि ये संसद में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के नेता हैं. लेकिन यह सरकार से बाहर रहकर सरकार को समर्थन कर रहे हैं. फिर एक और नेता थे उनका परिचय कराते हुए मैंने कहा कि इनकी पार्टी तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है और ये फ्रंट पर हैं, लेकिन सरकार से बाहर हैं. फिर मैंने रमाकांत जी का परिचय कराया. मैंने कहा कि ये अपनी पार्टी के अकेले नेता हैं और इन्हीं की सरकार है.
महाजन के इस भाषण को काफी सराहना मिली थी. इतना ही नहीं उनके इस भाषण को लोग कर्नाटक के मौजूदा हालातों को देखते हुए खूब शेयर कर रहे हैं.
कर्नाटक में क्या हैं मौजूदा हालात?
कर्नाटक में बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिली हैं. कर्नाटक में बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए 112 सीटों की जरूरत है. साफ है कि किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है.
बीजेपी कर्नाटक में सरकार चलाने वाली कांग्रेस को बाहर करने की तैयारी में थी. लेकिन नतीजों ने अंतिम वक्त में कांग्रेस को एक मौका दे दिया. लिहाजा, अब कांग्रेस ने जेडीएस की ओर हाथ बढ़ाया है. कांग्रेस ने जेडीएस को जो ऑफर दिया है, उसके मुताबिक, कर्नाटक की सबसे छोटी पार्टी जेडीएस सरकार बनाएगी और दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस उसे बाहर से समर्थन देगी. वहीं कर्नाटक की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी विपक्ष में बैठने को मजबूर हो सकती है.
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