बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. दोनों देशों के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए द्विपक्षीय बैठक हुई. इस बैठक के बाद दोनों ने भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय परियोजनाओं का उद्घाटन किया. साथ ही दोनों नेताओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी हुई.
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, “मुझे खुशी है कि आज भारत और बांग्लादेश के बीच 3 और द्विपक्षीय परियोजनाओं के उद्घाटन का अवसर मिला. एक साल में, हमने कुल 12 संयुक्त परियोजनाओं का उद्घाटन किया है.”
बता दें कि शेख हसीना अपने चार दिन के भारत दौरे पर आई हुई हैं. हाल ही में दोनों नेताओं के बीच न्यूयॉर्क में यूनाइटेड नेशंस की जनरल असेंबली की बैठक में मुलाकात हुई थी.
पीएम मोदी ने बैठक के बाद क्या कहा?
पीएम मोदी ने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “आज की ये तीन परियोजनाएं तीन अलग-अलग क्षेत्रों में हैं- 'एलपीजी इम्पोर्ट, सोशल फैसिलिटी और वोकेशनल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट. लेकिन इन तीनों का उद्देश्य एक ही है. और वो है हमारे नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाना. यही भारत-बांग्लादेश संबंधों का मूल-मंत्र भी है."
“भारत बांग्लादेश के साथ अपनी साझेदारी को प्राथमिकता देता है. हमें गर्व है कि भारत-बांग्लादेश संबंध दो मित्र पड़ोसी देशों के बीच सहयोग का पूरी दुनिया के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है. ”
3 प्रोजेक्ट का हुआ उद्घाटन
पीएम मोदी ने उन तीनों प्रोजेक्ट के बारे में बताया जिसका उद्घाटन दोनों नेताओं ने एक साथ किया. बांग्लादेश से bulk LPG की सप्लाई, Bangladesh-India Professional Skill Development Institute और रामकृष्ण मिशन में विवेकानंद भवन का उद्घाटन किया.
पीएम मोदी ने कहा,
“बांग्लादेश से bulk LPG की सप्लाई दोनों देशों को फायदा पहुंचाएगी. इससे बांग्लादेश में एक्सपोर्ट, इनकम और नौकरी भी बढ़ेगा. साथ ही दूसरा प्रोजेक्ट- Bangladesh-India Professional Skill Development Institute, बांग्लादेश के औद्योगिक विकास के लिए कुशल मैनपावर और टेक्निशियन तैयार करेगा. तीसरा प्रोजेक्ट ढाका के रामकृष्ण मिशन में विवेकानंद भवन, जो दो महामानवों के जीवन से प्ररेणा लेता है. हमारे समाज और मूल्यों पर स्वामी रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद जी का अलग प्रभाव है.”
3 परियोजनाओं का उद्घाटन और 6-7 समझौतों पर दस्तखत
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस मुलाकात से पहले मीडिया को बताया:
‘दोनों देशों के बीच व्यापर, ट्रांसपोर्ट, डेवलपमेंट को-ऑपरेशन, कनेक्टीविटी, कैपेसिटी बिल्डिंग और कल्चर के क्षेत्रों से जुड़े 6 से 7 समझौतों पर दस्तखत किए जाएंगे. पीएम मोदी और शेख हसीना एकसाथ तीन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे.
रवीश कुमार ने यह भी कहा कि भारत और बांग्लादेश, दोनों फिलहाल भूमि सीमा समझौते पर चर्चा कर रहे हैं.
शेख हसीना ने क्यों प्याज खाना बंद किया?
बता दें कि भारत ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसी को देखते हुए बांग्लादेश की पीएम ने भी हल्के-फुल्के अंदाज में इस पर अपनी बात रखी. शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में भारत-बांग्लादेश व्यापार मंच को संबोधित करते हुए हसीना ने कहा कि भारत द्वारा प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध के कारण उनके देश को कुछ परेशानी हुई है. उन्होंने कहा:
“प्याज की वजह से हमारे लिए थोड़ी दिक्कत हो गई. मुझे मालूम नहीं, क्यों आपने प्याज बंद कर दिया? इसके बाद मैंने अपने कुक (रसोइये) को बोल दिया कि अब से प्याज डालकर खाना मत बनाओ, प्याज बंद कर दो. मुझे नहीं पता कि आपने प्याज का निर्यात क्यों रोक दिया. अगर हमें पहले नोटिस दिया होता, तो हम कहीं और से प्याज की व्यवस्था कर सकते थे. भविष्य में अगर इस तरह का कदम उठाने की कोई योजना हो तो कृपया हमें पहले से बताएं.”
प्याज पर भारत ने क्या कहा?
जब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार से इस पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "हम विचार कर रहे हैं कि प्याज पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने जो चिंताएं जाहिर की हैं, उनका समाधान कैैसे निकाला जा सकता है.
बता दें कि 29 सितंबर को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने हर तरह के प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी थी.
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