कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इंसानियत की मिसाल पेश की है. लोकसभा चुनाव 2019 के लिए प्रचार की व्यस्तताओं के बीच प्रियंका गांधी ने ट्यूमर से जूझ रही एक बच्ची की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है.
इलाहाबाद के कमला नेहरू अस्पताल में इलाज करा रही बच्ची की हालत गंभीर होने पर प्रियंका गांधी ने बच्ची को परिवार समेत प्राइवेट प्लेन से दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS)में भर्ती कराने भिजवाया.
क्या है पूरा मामला ?
बताया जा रहा है कि ट्यूमर से जूझ रही बच्ची के परिजनों ने उसे इलाहाबाद के कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया था. लेकिन बच्ची की तबीयत में कोई सुधार नहीं हो रहा था. लड़की के माता-पिता ने प्रियंका गांधी से संपर्क किया और अपनी बेटी के इलाज का खर्च वहन करने में असमर्थता जताई.
प्रियंका ने तत्काल पार्टी के नेताओं राजीव शुक्ला, हार्दिक पटेल और मोहम्मद अजहरुद्दीन से संपर्क किया और उन्हें बच्ची को दिल्ली स्थित एम्स में ले जाने का बंदोबस्त करने का निर्देश दिया. राजीव शुक्ला ने बच्ची, उसके माता-पिता, अजहरुद्दीन और पटेल को अपने छह सीट वाले चार्टर विमान से दिल्ली भेजा.
छह सीटर प्लेन होने की वजह से ट्रेन से गए राजीव शुक्ला
चार्टर्ड प्लेन छह सीटर होने की वजह से कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने पीड़ित बच्ची अंशु और उसके माता-पिता को अजहरुद्दीन के साथ बमरौली एयरपोर्ट से रवाना कर दिया. जबकि राजीव शुक्ला देर रात ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हो गए. दिल्ली स्थित एम्स में बच्ची के दाखिले के समय प्रियंका गांधी खुद वहां मौजूद थीं.
ये पहला मौका नहीं जब प्रियंका गांधी का मददगार रूप देखने को मिला है.बीते फरवरी महीने में कांग्रेस महासचिव नियुक्त होने के बाद प्रियंका गांधी ने दिल्ली में एक झुग्गी बस्ती में रहने वाले 22 साल के आशीष नाम केदिव्यांग लड़के से उसके घर जाकर मुलाकात की थी.
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