- SC-ST एक्ट के खिलाफ अगड़ी जातियों का ‘भारत बंद’
- 35 संगठनों ने बुलाया था भारत बंद
- MP, बिहार में दिखा असर, बाकी राज्यों में असर नहीं
- MP के कई जिलों में धारा 144 लागू
- दलित सगंठन कर चुके हैं ‘भारत बंद’
एससी-एसटी एक्ट में संसोधन के खिलाफ सवर्ण जातियों के भारत बंद का असर एमपी और बिहार में ही दिखा. बिहार के दरभंगा में ट्रेन रोकी गई तो मध्य प्रदेश के ज्यादातर जिलों में तकरीबन हर दुकान बंद थी. पेट्रोल पंप भी बंद रहे, मंडियों में काम नहीं हुआ. एमपी के कई जिलों में धारा 144 लागू है. इससे पहले 2 अप्रैल को SC-ST एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध दलित संगठनों बंद बुलाया था, जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी.
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यूपी सीएम योगी ने कहा कि भारत बंद का 'कोई मतलब नहीं'
एससी-एसटी कानून के विरोध में सवर्ण समुदायों के राष्ट्रव्यापी बंद के आह्वान पर प्रदेश में गुरूवार को आम जनजीवन लगभग सामान्य रहा. अभी तक कहीं से किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है.
गोंडा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एससी-एसटी कानून के विरोध में बंद पर कहा कि भारत बंद का कोई मतलब नहीं है, लोगों की अपनी भावनाएं हैं, लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है.
भारतीय जनता पार्टी इस देश के प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा, खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमने जाति - धर्म के आधार पर कभी राजनीति नहीं की. समाज के दबे कुचले लोगों को संरक्षण देने के लिए यह कानून बनाया है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इसका किसी भी तरह से दुरुपयोग न हो. भारत बंद का कोई मतलब नहीं है, लोगों की अपनी भावनाएं हैं, लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है.योगी आदित्यनाथ, सीएम, उत्तर प्रदेश
नोएडा में भी एससी- एसटी एक्ट का विरोध
एससी-एसटी एक्ट के विरोध में बुलाए गए भारत बंद के तहत नोएडा में कई संगठनों ने एक साथ मिलकर विरोध किया. सैकड़ों लोगों ने इस एक्ट में संशोधन किये जाने की मांग को लेकर विरोध मार्च निकाला.
शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे नोएडा के करीब दो दर्जन संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं के लोग नोएडा स्टेडियम में जमा हुए. स्टेडियम के गेट नंबर-4 से सभी ने एक साथ पैदल विरोध मार्च निकाला, जो विभिन्न सेक्टरों में होते हुए सेक्टर-27 स्थित जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय पहुंचा. वहां पर प्रदर्शन करने के बाद प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट शैलेश मिश्रा को सौंपा.
उत्तर प्रदेश में भी बंद का असर
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्र में जोरदार विरोध हो रहा है. लखनऊ में भारत बंद का आंशिक असर दिखाई दे रहा है. सरकार ने हालांकि इससे निपटने की पूरी तैयारी पहले ही कर ली थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी इस एक्ट का जोरदार विरोध हो रहा है. बीएचयू के हैदराबाद गेट के पास चक्का जाम और आगजनी की गई है.आगरा जिले में बंद को देखते हुए निजी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है.
आगरा में ST/ST एक्ट के विरोध में लोगों ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया, हजारों की संख्या में लोग हाइवे पर उतरे. आगरा के खेरागढ़ में विरोध कर रहे करनी सेना के कार्यकर्ताओं ने बस में तोड़फोड़ की, जिसके बाद पुलिस को किया लाठीचार्ज करना पड़ा.