केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने शुक्रवार को 21 शहरों के पानी की गुणवत्ता रैंकिंग जारी करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का पानी भी पीने लायक नहीं है. रैंकिंग के मुताबिक, देश में सबसे अच्छे पेयजल की सुविधा मुंबई में है. दिल्ली में 12 जनपथ और कृषि भवन समेत 11 जगहों से नमूने जुटाए गए थे. भारतीय मानक ब्यरो (बीआईएस) के लिए गए पानी के नमूने की जांच में दिल्ली के सभी 11 जगहों से एकत्रित किए गए नमूने शुद्धता के मानकों पर विफल पाए गए जबकि मुंबई में एकत्रित किए गए सभी 10 नमूने बीआईएस के शुद्धता मानकों के मुताबिक पाए गए.
पहले चरण में दिल्ली से पेयजल के नमूने एकत्र करने के बाद दूसरे चरण में देश के 20 राज्यों की राजधानियों में कई जगहों से पानी के नमूने इकट्ठा किए गए. पानी के इन नमूनों की गुणवत्ता की जांच करवाने के बाद इन शहरों को पेयजल की शुद्धता के वरीयता क्रम में दर्शाया गया है जिसमें मुंबई पहले स्थान पर जबकि हैदराबाद और भुवनेश्वर दूसरे स्थान पर हैं.
वहीं, सूची में तीसरे स्थान पर स्थित रांची में पानी का एक नमूना गुणवत्ता के चार मानकों पर विफल पाया गया है. चौथे स्थान पर रायपुर है जहां पानी के 10 में से पांच नमूने गुणवत्ता के तीन मानकों पर विफल पाए गए. इसके बाद पांचवें, छठे, सातवें और आठवें स्थान पर अमरावती, शिमला, चंडीगढ़ और त्रिवेंद्रम हैं.
रैंकिंग-
12वें स्थान पर स्थित जयपुर और देहरादून में सभी 10-10 नमूने क्रमश: सात-सात मानकों पर विफल पाए गए हैं. चेन्नई इस क्रम में 13वें और कोलकाता 14वें स्थान पर हैं. चेन्नई में लिए गए पानी के सभी 10 नमूने नौ मानकों पर विफल पाए गए हैं जबकि कोलकाता में लिए गए पानी के सभी नौ नमूने नौ मानकों पर विफल पाए गए हैं.
सबसे निचले पायदान पर स्थित दिल्ली में लिए गए 11 नमूने कहीं कहीं चार, कहीं सात, कहीं 15 और कहीं 19 मानकों पर विफल पाए गए हैं.
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