बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पिछले दिनों से सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं. सोशल मीडिया पर एक्टिव रहकर वह विरोधियों को निशाने पर लेती हैं. लालू यादव की गैर मौजूदगी में चुनाव के दौरान मोर्चा संभालने को लेकर राबड़ी देवी इन दिनों सुर्खियों में हैं.
कुछ दिनों पहले लालू यादव ने बिहार वासियों के नाम खुला खत लिखा था और अब राबड़ी देवी ने भी बिहार वासियों के नाम खुला खत लिखा है. इस खत में उन्होंने सरकार पर लालू प्रसाद यादव को जेल में प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
राबड़ी देवी ने कहा लालू को साजिश के तहत फंसाया गया
राबड़ी देवी ने खत में लिखा है, ‘लालूजी को तानाशाहों द्वारा बार-बार इसीलिए प्रताड़ित किया जा रहा है क्योंकि उन्होंने वंचित, उपेक्षित और उत्पीड़ित वर्गों की लड़ाई लड़ी. समाज में समानता लेकर आए. देश में बड़े से बड़े घोटाले हुए पर कब किस मुख्यमंत्री को साजिश का बहाना बना फंसाया गया.’ राबड़ी देवी ने लिखा-
एक ही मुख्यमंत्री के कार्यकाल में हुए घोटाले को पहले अप्रत्याशित रूप से अलग-अलग केस बनाकर अलग-अलग सजा सुनाई गई और सारी सजाओं को एक साथ चलने के बजाय एक के बाद एक चलने का फरमान सुनाया गया. जब इतने से भी मन नहीं भरा तो चिंतनीय स्वास्थ्य के आधार पर जमानत के रास्ते बंद कर दिए गए. अपने खर्च पर भी अपने पसंद के अस्पताल में इलाज नहीं करवाने दिया गया. जब इलाज के लिए उन्हें एम्स जाना पड़ा तो अपने खर्च पर हवाई जहाज का इस्तेमाल करने से भी रोक दिया गया. एम्स में इलाज चल ही रहा था कि जैसे तैसे आनन-फानन में उनकी जमानत रद्द करवा दी गई. और जब इतने में भी मन नहीं भरा तो सुविधाओं से पूरी तरह अभावग्रस्त रांची के रिम्स में ही इलाज करवाने को कहा गया.
‘नीचे के सारे अधिकारी निर्दोष, केवल मुख्यमंत्री दोषी’
राबड़ी देवी ने कहा, ‘क्या लालूजी पर एक भी आरोप साबित हुए? उनसे कोई भी पैसों की बरामदगी हुई? बल्कि सुप्रीम कोर्ट ने आय से अधिक सम्पति के मामले में बरी किया. नीचे के सारे अधिकारी और मंत्री निर्दोष करार दिए गए पर केवल मुख्यमंत्री को दोषी माना गया जैसे मुख्यमंत्री खुद जाकर निकासी कर लेता हो अकेले! वह भी उस मामले में जिसकी जांच के आदेश उन्होंने खुद दिए हों! मुद्दई को ही मुद्दालय बना दिया.’
राबड़ी देवी का आरोप, ‘लालू से किसी को भी नहीं मिलने दिया जा रहा’
राबड़ी देवी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘आज लालूजी को जेल मैन्युअल और मानवाधिकार का हनन करते हुए किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है. पूरे परहेज से बनाया हुआ घर का खाना खाने नहीं दिया जा रहा! दस कदम दूर जांच घर में उनके स्वास्थ्य सम्बन्धी सूचक जानने के लिए उनके सैम्पल नहीं भेजे जा रहे! आखिर मोदी-शाह की क्या मंशा है?’
उन्होंने कहा-
लालू जी ने गरीबों का भला और समाज में भाईचारा स्थापित करने के अलावा क्या गुनाह किया है? यह अमानवीय अत्याचार सहने के लिए कौन सा जुर्म किया है? अगर नीतीश कुमार और मोदी का वश चले तो लालू जी को कल ही फांसी तोड़ दें. जनता असहाय और मूकदर्शक नहीं है. जनता सब पहचान रही है.
राबड़ी देवी ने कहा, ‘अभी हम जनता की अदालत में है और जनता लालू जी के साथ हो रहे अत्याचारों का बदला लेगी. जनता खुलकर कह रही है जो हमारे लिए लड़ा है अब हम उसके लिए लड़ेंगे. लालू जी के साथ हुई साजिश का बदला बदलाव से लेंगे हम.’
इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बिहारवासियों के लिए जेल से पत्र लिखा था.
बता दें कि लालू प्रसाद को चारा घोटाले से संबंधित तीन मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है. ये मामले 1990 के दशक के हैं जब झारखण्ड बिहार का हिस्सा था. लालू को पशुपालन विभाग के खजाने से धन निकालने पर जेल की सजा हुई है. फिलहाल, वह इलाज के लिए रिम्स अस्पताल में भर्ती हैं.
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