ADVERTISEMENTREMOVE AD

इकनॉमी पर राहुल ने कहा- PM मोदी मौन, वित्त मंत्री को कुछ पता नहीं

पीएम मोदी को घेरते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री इनकनॉमी की इस हालत पर पूरी तरह मौन है.

Updated
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

देश की बदतर आर्थिक हालत पर कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने जमकर मोदी सरकार को घेरा. 12 मार्च को शेयर बाजार में भयानक गिरावट देखने को मिली है. इस पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कि देश की इकनॉमी की हालत खराब है. पीएम मोदी को घेरते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री इनकनॉमी की इस हालत पर पूरी तरह मौन है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा-

शेयर बाजार में लाखों लोगों का नुकसान हुआ है. अर्थव्यवस्था की हालत खराब है. कुछ दिन पहले मैंने अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस के खतरे की बात कही थी. प्रधानमंत्री इस पर पूरी तरह मौन है. वित्तमंत्री को तो इसके बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं है. हम अर्थव्यवस्था को चलाना जानते हैं. हमने अर्थव्यवस्था को बेहतर स्थिति में रखा है. मोदी जी को इसके बारे में कोई जानकारी ही नहीं है. 2008 में इकनॉमी को इसी तरह का झटका लगा था. लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था को हमारी नीतियों ने बचा लिया था. 
राहुल गांधी, कांग्रेस नेता
0

यस बैंक के मुद्दे पर बोले

राहुल गांधी ने यस बैंक के संकट पर बोलते हुए कहा कि सरकार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से पैसे लेकर यस बैंक को बचाने की कोशिश कर रही है. ये पूरा मामला त्रासदी की तरफ बढ़ रहा है. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि वो देश की अर्थव्यवस्था के लिए क्या कर रहे हैं और इस हालत का कारण क्या है.

राजनीतिक भविष्य को लेकर डरे हुए थे सिंधिया: राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने राजनीति भविष्य को डरे हुए थे. इसलिए अपनी विचारधारा को त्याग दिया और आरएसएस के साथ चले गए. प्रेस कान्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा, “यह विचारधारा की लड़ाई है, एक तरफ कांग्रेस और दूसरी तरफ बीजेपी-आरएसएस है. मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया की विचारधारा को जानता हूं, वह कॉलेज में मेरे साथ थे, मैं उन्हें अच्छी तरह से जानता हूं. आज वो जो कुछ भी बोल रहे हैं, वो उनके दिल की आवाज नहीं है. ”

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×