क्या अगली छुट्टियों के लिए बुक कराया गया आपका टिकट अभी वेटिंग लिस्ट में है? तो अब टेंशन लेने की कोई बात नहीं है. इस बात का ज्यादा अनुमान है कि वो कंफर्म हो जाए. ये जानकारी मशहूर ट्रैवल पोर्टल 'रेलयात्री' की एक स्टडी में सामने आई है.
2015, 2016 और 2017 में रिजर्वेशन पर की गई स्टडी
रिपोर्ट के मुताबिक, 2015 की दिवाली की छुट्टियों के दौरान कंफर्म नहीं होने के चलते वेटिंग वाले टिकटों में 25.5% टिकटों को रद्द करा दिया गया था. साल 2016 और 2017 में ये स्थिति 18% पर रही है.
इससे साफ होता है कि वेटिंग लिस्ट के बजाय कंफर्म टिकट से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या पहले के मुकाबले बढ़ी है. बता दें कि स्टडी करने वाले पोर्टल रेलयात्री के पास हर महीने के एक करोड़ यूजर्स हैं.
किस रूट पर क्या है हालत?
रिपोर्ट के मुताबिक,
- देहरादून-हावड़ा दून एक्सप्रेस में टिकटों के कंफर्म होने की स्थिति 20% बढ़ी है.
- मुंबई छत्रपति शिवाजी टर्मिनल-हावड़ा सुपरफास्ट मेल (गया होकर) में यही स्थिति 11% बढ़ी है.
- पुणे-जम्मूतवी झेलम एक्सप्रेस में टिकटों के कंफर्म होने की स्थिति 12% बढ़ी है.
- बेंगलुरु-दानापुर संघमित्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस में 5% से ज्यादा बढ़ी है.
एवरेज वेटिंग लिस्ट में भी आई कमी
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि एवरेज वेटिंग लिस्ट में पिछले साल के मुकाबले कमी आई है. मतलब ये है कि लोगों को रिजर्वेशन में वेटिंग टिकट कम मिला है. कोटा-पटना एक्सप्रेस में वेटिंग लिस्ट 813 से घटकर 735 रही है, जबकि अहमदाबाद-हरिद्वार योग एक्सप्रेस में ये संख्या 731 से घटकर 717 हुई है. इसी तरह मुंबई-दरभंगा पवन एक्सप्रेस में ये संख्या 800 से घटकर 769 हो गई है.
नए कोच के कारण हुआ है फायदा
रेलयात्री के को-फाउंडर मनीष राठी ने कहा, ये निश्चित तौर पर एक अच्छा रुख है. राठी और रेल मंत्रालय के अधिकारी दोनों ही इसका श्रेय नई ट्रेन और अतिरिक्त कोच को देते हैं. जिसके बदौलत ज्यादा यात्रियों को कंफर्म टिकट देने में मदद मिली है.
बता दें कि 2015 से 2017 के दौरान रेलवे ने 152 नई ट्रेन शुरू की हैं. साथ ही छुट्टियों के दौरान शुरू की गईं विशेष ट्रेनों ने 64,840 फेरे लगाए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)