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रेलवे के फ्लेक्सी फेयर में कमी की उम्मीद, रेलमंत्री ने किया इशारा

सुरक्षा होगी बेहतर, तकनीक का मिलेगा साथ

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रेलमंत्री पीयूष गोयल ने आपकी रेल यात्रा को बेहतर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. गोयल ने मीडिया से बात करते हुए कई ऐसी घोषणाएं की हैं जो अगर अमली जामा पहनती हैं तो बेशक रेल यात्रा सुखद और सुरक्षित हो जाएगी.

1 नवंबर से भारतीय रेल की रफ्तार बढ़ने वाली है. जहां अभी ट्रेनों की एवरेज स्पीड 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा के बीच झूलती हैं वहीं इस स्पीड को बढ़ा कर 100 के ऊपर किया जा सकता है. याद रखें, यहां बात एवरेज स्पीड की हो रही है. कुल मिलाकर 700 ट्रेनों की रफ्तार पर इसका असर पड़ेगा. इसके अलावा 48 मेल ट्रेनों को सुपरफास्ट ट्रेनों में भी तब्दील किया जाएगा.

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फ्लेक्सी फेयर हो जाएगा कम?

रेलवे की झोली भरने वाली फ्लेक्सी फेयर स्कीम में बदलाव के इशारे मिले हैं. फ्लेक्सी फेयर पर बोलते हुए रेलमंत्री गोयल ने कहा- “फ्लेक्सी फेयर स्कीम का मुद्दा कुछ लोग मेरे नोटिस में लाए हैं. इसे बेहतर बनाया जा सकता है ताकि लोगों की जेब पर बोझ भी न पड़े और हमें रेवेन्यू भी मिलता रहे. “

रेलवे को फ्लेक्सी स्कीम के तहत सितंबर 2016 से जून 2017 तक 540 करोड़ की अतिरिक्त कमाई हुई.

ट्रेन में सुरक्षा होगी चाक-चौबंद

ट्रेन में सुरक्षा के लिहाज से भी कुछ अहम कदम उठाए गए हैं. हर ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए जाएंगे. ट्रेनों के अलावा स्टेशन भी सीसीटीवी की निगेहबानी में होंगे. जिस तरह से ट्रेन के भीतर बीते कुछ वक्त में वारदातें सामने आईं हैं, उन्हें देखते हुए ये कदम जरूरी मालूम होता है. ये फैसला खास तौर पर महिलाओं और सीनियर सिटिजन को ध्यान में रखकर किया गया है. पारदर्शिता लाने के लिए आरपीएफ और टीटीई, अपनी यूनिफॉर्म में रहेंगे. RPF के जवान को टिकट चेक करने का अधिकार नहीं होगा.

साथ ही पूरी ट्रेन में 100 फीसदी LED लाइट का इंतजाम होगा. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इन कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि रेलवे में सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है.

मुंबई लोकल को लेकर भी रेलमंत्री ने बड़ा ऐलान किया. अगले 3 साल में मुंबई में लोकल की संख्या को डबल किए जाने की योजना है.

रेल को मिलेगा तकनीक का साथ

सभी ट्रेनों और स्टेशनों को हाई-स्पीड वाई-फाई से लैस करने का भी इरादा, रेलमंत्री ने जताया. रेलवे को बेहतर तरीके से चलाने और संसाधनों के इस्तेमाल के लिए ISRO की मदद भी ली जा रही है ताकि सेटेलाइट की मदद से मैपिंग कराई जा सके.

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अगले 4 से 5 साल में रेलवे का बिजलीकरण पूरा कर लिया जाएगा. जिसके मायने ये हुए कि डीजल इंजन बीती बात हो जाएगी. रेलवे को उम्मीद है कि इससे रेलवे को 10 हजार करोड़ की बचत होगी.
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बीते कुछ महीनों में रेल की छवि को गहरा धक्का लगा है. नए रेल मंत्री पीयूष गोयल नए ऐलान से लोगों में रेल के भरोसे को बरकरार रखना चाहते हैं. रेलवे की बेहतरी के लिए उठाए जाने वाले ये कदम, बदलाव की शुरूआत साबित हो सकते हैं.

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