हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार और पूर्व सांसद डा. शंकर दयाल सिंह की 81वीं जयंती पर समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में शर्मा को तमाम साहित्यकारों समेत केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित की.
समारोह में शंकर दयाल शर्मा को हिंदी सेवी राजनेता और लेखक के रूप में याद किया गया.
‘हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए याद रखा जाएगा शंकर दयाल सिंह का योगदान’
समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि शंकर दयाल सिंह आम जनता के नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और हिंदी के प्रतिष्ठित लेखक थे.
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘बिहार से दो बार सांसद रहे शंकर दयाल सिंह के योगदान को हमेशा हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए याद किया जाएगा.’
‘देश में ही नहीं, विदेशों में भी मिल रही है हिंदी को लोकप्रियता’
गृह मंत्री ने कहा कि केवल भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हिंदी भाषा को लोकप्रियता मिल रही है. हिंदी को मिली लोकप्रियता में शंकर दयाल सिंह का विशेष योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि शर्मा हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए काम करने वाले बड़े प्रचारकों में से एक थे.
राजनाथ सिंह ने कहा कि वह शंकर दयाल सिंह के करिश्माई व्यक्तित्व से "बहुत प्रभावित" हैं. उन्होंने कहा कि शंकर दयाल सिंह आम जनता के नेता थे. उन्होंने हमेशा सामाजिक मूल्यों की वकालत की, न केवल राजनीति में बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)