रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस से वापस भारत लौट चुके हैं. राजनाथ सिंह ने फ्रांस जाकर भारत का पहला राफेल लड़ाकू विमान रिसीव किया. लेकिन राफेल रिसीव करने से पहले उन्होंने उसकी शस्त्र पूजा की. जिसे लेकर खूब हंगामा हुआ. भारत लौटने के बाद राजनाथ सिंह ने इस पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि 'मैंने वही किया जो मुझे सही लगा.' हमारी आस्था है कि कोई महाशक्ति है, जिस पर मैं बचपन से भरोसा करता हूं.
राफेल विमान की डिलीवरी की दी जानकारी
मीडिया से बात करते हुए राजनाथ सिंह ने बताया की अगले साल अप्रैल-मई में भारत को 7 राफेल विमान मिलने वाले हैं. बता दें कि फ्रांस के दौरे पर राजनाथ सिंह को आधिकारिक तौर पर पहला राफेल विमान सौंपा गया.
‘‘भारत में अप्रैल-मई तक 7 राफेल जेट आ जाएंगे. ये विमान 1800 किलोमीटर प्रति घंटे रफ्तार से उड़ने की क्षमता रखता है. मैंने 1300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से विमान उड़ाया. राफेल के सफल डील के लिए प्रधानमंत्री मोदी को श्रेय जाता है.’’राजनाथ सिंह (रक्षामंत्री)
फ्रांस दौरे के बारे में बात करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि ये एक सफल दौरा था और राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ करीब 35 मिनट की मुलाकात भी हुई.
शस्त्र पूजन पर क्या बोले राजनाथ?
राफेल के शस्त्र पूजन के लिए विपक्ष की तरफ से हो रहे लगातार हमले पर बात करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा,
‘‘लोगों को जो कहना है कहें. मैंने वही किया जो मुझे सही लगा और ऐसा करता रहूंगा. ये हमारी मान्यता है और मैं बचपन से इसमें विश्वास करता आया हूं. हर धर्म के लोगों को अधिकार है कि वो अपने हिसाब से पूजा करें. अगर किसी और ने ऐसा किया होता तो मैं आपत्ति नहीं जताता. मुझे लगता है कि इस मामले में कांग्रेस में अलग मत जरूर होंगे.’’राजनाथ सिंह (रक्षामंत्री)
राजनाथ सिंह ने ये भी कहा कि राफेल के आने से भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ेगी लेकिन ऐसा करके हम किसी को डराने की कोशिश नहीं करना चाहते. राफेल के आने से न ही हम किसी को डराएंगे हैं और न ही धमकाएंगे.
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