अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा तो सालों से चलता आ ही रहा है, अब खबर है कि सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ सरयू तट पर श्री राम की विशाल प्रतिमा बनाना चाहते हैं. सूत्रों के मुताबिक ये प्रतिमा 150 मीटर ऊंची होगी. संभव है कि 4 से 6 नवंबर तक अयोध्या में होने जा रहे दीपावली महोत्सव के दौरान सीएम योगी इस भव्य मूर्ति निर्माण का ऐलान कर दें. खबर है कि सीएम योगी भगवान की राम की इस प्रतिमा को दिवाली गिफ्ट के तौर पर पेश करेंगे.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से आया आइडिया
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को राम मूर्ति बनाने के आइडिया सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” को देखकर ही आया है. सूत्रों के मुताबिक भगवान राम की मूर्ति ब्रॉन्ज की बनेगी. इस मूर्ति में भगवान राम का राजा वाला स्वरूप दिखाया जाएगा, जिसमें उनके कंधों पर धनुष होगा.
भगवान राम की मूर्ति भी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाने वाले मूर्तिकार राम सुतार ही बनाएंगे. सूत्रों के मुताबिक भगवान राम की मूर्ति का एक मॉडल राम सुतार ने सीएम योगी को दिखा भी दिया है जिसे उन्होंने मंज़ूरी दे दी है.
योजना में खर्च होंगे 330 करोड़
इस मूर्ति को 5 एकड़ के एरिया में बनाया जाएगा. इस पेडस्टल के अंदर म्यूजियम, आर्ट गैलरी, थिएटर जैसी चीजें भी होंगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस पूरी योजना पर 330 करोड़ रुपए खर्च करने की बात कही जा रही है, साथ ही यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी कई कदम उठाए जाएंगे.
“हिंदुओं को मुद्दे से न भटकाएं योगी”
हालांकि अयोध्या के साधु-संत राम मूर्ति को लेकर खास उत्साहित नहीं हैं. साधु-संतों में राम मंदिर बनाने को लेकर हो रही देरी से नाराजगी है और वो सरयू तट पर प्रतिमा निर्माण को हिंदुओं को मुद्दे से भटकाने की कोशिश बता रहे हैं. साधु-संतों की मानें तो राम मंदिर से कम उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं और हर हाल में राममंदिर का निर्माण होना चाहिए.
पिछले बुधवार को भी संतो की नाराजगी पर सीएम योगी ने कहा था कि सैकड़ों साल से राम मंदिर का मुद्दा चल रहा है. एक तारीख बढ़ने से संतों को धैर्य नहीं खोना चाहिए. वे संतों से इस बारे में बातचीत करेंगे.
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