महाराष्ट्र के कद्दावर दलित नेता और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले का ट्रांसजेंडर्स पर दिया गया बयान उन्हें विवादों में ले आया. एक कार्यक्रम में उन्होंने ये कहा कि- मेरी सलाह है कि थर्ड जेंडर के लोगों को साड़ी नहीं पहननी चाहिए, क्योंकि वो न तो पुरूष हैं और न ही औरत.
छत्तीसगढ़ के थर्ड जेंडर वेलफेयर बोर्ड ने इस बयान का विरोध किया है.
थर्ड जेंडर कम्युनिटी के अधिकारों को लेकर कोई सवाल खड़े नहीं कर सकता. संविधान ने मुझे साड़ी पहनने-ना पहनने का अधिकार दिया है. ये मेरी पर्सनल चाॅइस है.विद्या राजपूत, बोर्ड मेंबर
हालांकि अठावले कार्यक्रम में थर्ड जेंडर के अधिकारों वाले विधेयक को लेकर बातें कर रहे थे. उन्होंने इससे पहले कहा कि इस समुदाय के लोगों से अन्याय और भेदभाव होता है, लेकिन अब समय आ गया है इन्हें सशक्त बनाने का.
उन्होंने ट्रांसजेंडरों के अधिकारों की बात करते हुए कहा कि मोदी सरकार जल्द ट्रांसजेंडर विधेयक पारित करने की कोशिश करेगी और उन्हें उनका अधिकार दिलाएगी.
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