केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में भारत और पकिस्तान के बीच खेले गए मैच के ‘फिक्स’ होने की आशंका जताई है.
सोशल जस्टिस एंड एम्पॉवरमेंट मिनिस्ट्री में राज्यमंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को नागपुर में एक कार्यक्रम में कहा
चैंपियंस ट्रॉफी के सभी मैचों में भारतीय टीम ने बेहतरीन खेल खेला लेकिन फाइनल में वो पाकिस्तान के खिलाफ बुरी तरह हार गई. ऐसा कैसे हो सकता है? ऐसा लगता है कि वो मैच ही फिक्स था.
बता दें कि पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत को फाइनल में 180 रनों से हरा कर पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था.
मीडिया से बातचीत करते हुए अठावले ने कहा-
भारत ने इससे पहले पकिस्तान को 124 रनों से हराया था, फिर कैसे फाइनल में भारत जैसी मजबूत टीम पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में 180 रनों से हार सकता है? इस बात की जांच होनी चाहिए कि ये मैच फिक्स था या नहीं?
खेल में दलित खिलाड़ियों को मिले आरक्षण
अठावले ने सिर्फ मैच फिक्सिंग की ही बात नहीं कि बल्कि उन्होंने खेल में भी दलित खिलाड़ियों के लिए आरक्षण की मांग कर डाली. अठावले ने कहा हमारी पार्टी मांग करती है कि क्रिकेट और बाकी खेलों में दलित और ट्राइबल कम्युनिटी के प्लेयर्स के लिए 25% आरक्षण हो.
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