न्यूजपेपर ग्रुप दैनिक भास्कर के चेयरमैन रमेशचंद्र अग्रवाल का बुधवार सुबह देहांत हो गया. वे 72 साल के थे. अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा. उन्हें अपोलो हाॅस्पिटल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों की कोशिश के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका.
पीएम नरेंद्र मोदी ने रमेशचंद्र के निधन पर दुख जताया है. पीएम ने ट्वीट किया, ''श्री रमेशचंद्र अग्रवाल के निधन से दुख पहुंचा. मीडिया जगत में उनके उल्लेखनीय योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं रमेशचंद्र अग्रवाल के परिवार के साथ हैं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.''
मुख्यमंत्रियों सहित मीडिया जगत के लोगों ने रमेशचंद्र जी के लिए शोक संवेदनाएं जाहिर की.
द क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया लिखते हैं:
रमेश अग्रवाल एक बहादुर इंसान थे. जब राष्ट्रीय मीडिया समूह ने हिंदी स्पेस को खाली कर दिया, तो उन्होंने इसे भरा और विस्तार किया.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर शोक जताया.
जीवन परिचय
- 30 नवंबर 1944 को उत्तर प्रदेश के झांसी में जन्म.
- 1958 में भोपाल से दैनिक भास्कर की नींव रखी. 1983 में इंदौर एडिशन की शुरुआत की.
- 1996 में भास्कर पहली बार मध्य प्रदेश से बाहर निकला और राजस्थान पहुंचा. भास्कर 14 राज्यों में 62 एडिशन के साथ सर्कुलेशन के मामले में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अखबार बना.
- हिंदी अखबार दैनिक भास्कर, गुजराती अखबार दिव्य भास्कर, अंग्रेजी अखबार डीएनए, मराठी समाचार पत्र दिव्य मराठी, रेडियो चैनल माय एफएम और डीबी डिजिटल
- रमेशजी ने भोपाल यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री ली. उन्हें जर्नलिज्म के लिए राजीव गांधी लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला.
- 2003, 2006 और 2007 में इंडिया टुडे ने उन्हें भारत के 50 सबसे ताकतवर लोगों की लिस्ट में शामिल किया था.
- फोर्ब्स ने भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की 2011 और 2012 की लिस्ट में शामिल किया था. 2009 तक डीबी काॅर्प 960 करोड़ की हो चुकी थी.
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