पाकिस्तान ने शुक्रवार को अभिनंदन को इंडियन एयरफोर्स और बीएसएफ अफसरों के हाथ सौंपा
अभिनंदन दिल्ली पहुंच चुके हैं, शनिवार को उनका मेडिकल चेक-अप होगा
पाकिस्तान की ओर से अभिनंदन को सौंपने की प्रक्रिया में की गई देरी, वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट के बाद छोड़ा
भारत के कड़े रुख और अंतरराष्ट्रीय दबाव में इमरान ने गुरुवार को छोड़ने का किया था ऐलान
पीएम मोदी ने गुरुवार ने और कड़े एक्शन के दिए थे संकेत, कहा था- पायलट प्रोजेक्ट पूरा हुआ है, रियल बाकी है
गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने ऐलान किया था कि अभिनंदन को छोड़ दिया जाएगा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिए थे अभिनंदन को लेकर संकेत, कहा था अच्छी खबर आने वाली है
पुलवामा आतंकी हमले के खिलाफ भारतीय सैन्य कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान में कस्टडी में लिए गए विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान लौट आए हैं. उन्हें पाकिस्तान ने शुक्रवार को भारतीय अधिकारियों को वाघा बॉर्डर पर सौंप दिया.
कहा जा रहा है कि वतन वापसी के बाद अभिनंदन के मुंह से पहला शब्द यह निकला कि अब अच्छा लग रहा है. अपने मिग-21 को निशाना बनाए जाने के बाद अभिनंदन 60 घंटे तक पाकिस्तान की कस्टडी में रहे. अभिनंदन कश्मीर के रजौरी और पुंछ में घुस आए पाकिस्तानी फाइटर जेट को मार गिराने के दौरान पीओके में घुस आए थे. आइए जानते हैं पाकिस्तान में उनके पकड़े जाने से लेकर वतन वापसी तक की पूरी कहानी .
भारत और पाकिस्तान में तनातनी के बीच आखिरकार शुक्रवार को रात करीब साढ़े नौ बजे इंडियन एयर फोर्स के अधिकारियों और बीएसएफ ने अभिनंदन वर्तमान को रिसीव किया. अभिनंदन को दोपहर दो बजे सौंपने का वक्त तय हुआ था. लेकिन पाकिस्तान ने दो बार समय बदला और कागजी कार्यवाही के नाम पर इस प्रक्रिया को लंबा खींच दिया. आखिरकार साढ़े नौ बजे अभिनंदन को भारतीय अधिकारियों को सौंपा गया.
जब दबाव में इमरान ने कहा,हम अभिनंदन को छोड़ रहे हैं
गुरुवार को भारत और दुनिया भर के देशों के दबाव में पीएम इमरान खान ने अपनी संसद के संयुक्त सत्र में ऐलान किया था कि पाकिस्तान शांति चाहता है और इसलिए अभिनंदन को छोड़ दिया जाएगा. हालांकि भारत का कहना था कि जेनेवा कन्वेंशन के तहत अभिनंदन को छोड़ना भारत की मजबूरी है.
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अभिनंदन के पाकिस्तान में फंसने के तुरंत बाद से ही भारत ने पाकिस्तान पर उन्हें छोड़ने का दबाव बढ़ा दिया था. गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा था कि अगर अभिनंदन को छोड़ने से भारत के साथ उनके देश का तनाव कम होता है वह उन्हें छोड़ने पर विचार कर सकते हैं. हालांकि भारत ने कहा था कि अभिनंदन को तुरंत बगैर कोई नुकसान पहुंचाए छोड़ा जाए. भारत इसके बदले कोई डील नहीं करेगा.
पाकिस्तान को था और कड़े एक्शन का डर
गुरुवार को ही पीएम नरेंद्र मोदी के बयान से लगने लगा था कि भारत इस मामले में बिल्कुल नरम रुख नहीं अपनाएगा. पीएम ने कहा था-अभी एक पायलट प्रोजेक्ट पूरा हो गया. अभी रियल करना है. इसके बाद इमरान ने पाकिस्तानी संसद में ऐलान किया कि अभिनंदन को शुक्रवार को छोड़ दिया जाएगा.
गुरुवार को ही भारत के सेना प्रमुखों की प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया कि भारत ने आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए असैन्य कार्रवाई की थी. लेकिन पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ मिलिट्री एक्शन किया था और इसमें उसने एफ-16 लड़ाकू विमान इस्तेमाल किया. भारत की ओर इसका सबूत पेश किया गया. वैसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दि या था कि अभिनंदन को छोड़ा जा सकता है. उन्होंने कहा था इस बारे में अच्छी खबर आने ही वाली है.
दो दिन पहले क्या हु था?पाकिस्तान कैसे पहुंच गए थे अभिनंदन?
पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया था. इस हमले में खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट के कई आतंकी ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए थे. इस हमले के जवाब में पाकिस्तान ने भी 27 फरवरी को भारत पर हवाई कार्रवाई की थी. भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी. इसमें अभिनंदन वर्तमान ने मिग-21 लड़ाकू विमान से पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ा. इसी दौरान उनका विमान पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में गिर गया.
इसके बाद अभिनंदन को पाकिस्तानी सेना ने अपने कब्जे में ले लिया था. इसके बाद से उन्हें वापस लाने के प्रयास चल रहे थे. पहले पाकिस्तान ने दावा किया था कि इंडियन एयरफोर्स के दो पायलट उनके कब्जे में हैं. लेकिन बाद में उन्होंने अभिनंदन का फोटो जारी किया.
ये है अभिनंदन का फौजी बैकग्राउंड
अभिनंदन का परिवार दो पीढ़ियों से वायुसेना में है. उनके पिता सिम्हाकुट्टी वर्तमान एयर मार्शल के पद से रिटायर हुए थे. उन्होंने 1999 के कारगिल वॉर में हिस्सा लिया था. वह पूर्वी एयर कमान की अगुआई कर चुके हैं. वह उस एक्सपर्ट कमिटी के भी चीफ थे जिसे, जिसे तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने 2017 में यह अध्ययन करने के लिए बनाया था कि रूस के साथ मिलकर पांचवी पीढ़ी के विमान विकसित करने के प्रोजेक्ट से एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट विकसित करने के घरेलू प्रोजेक्ट पर असर पड़ेगा या नहीं.
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