आरएसएस (RSS) की पश्चिम बंगाल की यूनिट ने आरोप लगाया है कि राज्य में चुनाव के बाद की हिंसा को पड़ोसी देश बांग्लादेश (Bangladesh) में हिंदुओं पर हमलों की वजह है. आरएसएस ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी बनाए बैठे बुद्धिजीवियों को कड़ी फटकार भी लगाई.
बांग्लादेश में हुई हिंसा का कारण बंगाल की हिंसा
बसु ने पीटीआई को बताया कि अगर आप बांग्लादेश में हुई हिंसा के तौर-तरीकों को देखेंगे, तो आपको पता चलेगा कि घटना के पीछे का कारण चुनाव के बाद हुई पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा है. हिंदू बंगालियों पर हुए हमलों ने यह संकेत दिया है कि हिंदू बंगाली हार गए. और सीमा पार कट्टरपंथियों को वंहा हिंदुओं पर हमला करने का बढ़ावा.
बुद्धिजीवियों की चुप्पी पर उठाए सवाल
बसु ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा पर राज्य के बुद्धिजीवियों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि "जिन लोगों ने सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) का विरोध किया था, वे अब चुप हो गए हैं. वे बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों पर पूरी तरह चुप्पी बनाए हुए हैं. जो लोग राजनीतिक कारणों से सीएए का विरोध करते हैं, वे इस संकट के बारे में नहीं सोचते हैं
बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में भड़की थी हिंसा
आपको बता दें, बीते दिनों ढ़ाका में एक दुर्गा पूजा मंडप में कथित ईशानिंदा की घटना को लेकर बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क गई थी.जिसके बाद कई प्रभावित क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था. हांलाकि, मीडिया में इस घटना की संबंधित जानकारी आने के बाद पुलिस और कट्टरपंथियों के बीच छिटपुट झड़पें हुईं, जिनमें कम-से-कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
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