बीएसपी सुप्रीमो मायावती की रैली में भगदड़ मचने से 3 महिलाओं की मौत हो गई. इस हादसे में 13 लोग घायल हो गए.
रविवार को लखनऊ में मायावती की रैली थी, जो कांशीराम स्मारक स्थल पर आयोजित की गई थी.
बीएसपी संस्थापक कांशीराम की दसवीं पुण्यतिथि पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और लोग इकट्ठा हुए थे.
सीढ़ियों पर बने दो द्वारों में से एक से लोग नीचे आ रहे थे और संतुलन बिगड़ने से एक-दूसरे के ऊपर गिर पड़े. इस घटना में बिजनौर की 68 साल की शांति देवी और एक और महिला की दम घुटने से मौत हो गई.लखनऊ पुलिस
CM अखिलेश ने की मुआवजे की घोषणा
यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने भगदड़ में जान गंवाने वाली महिलाओं के परिवारवालों को 2 लाख रुपये मुआवजा के तौर पर देने की घोषणा की है.
दुर्घटना को लेकर आ रहे अलग-अलग बयान
बीएसपी के एक प्रवक्ता ने बताया कि बिजली का तार कटने की अफवाह के चलते भगदड़ मची. घायलों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है.
वहीं पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष राम अचल राजभर का कहना है कि महिलाओं की मौत भगदड़ से नहीं, बल्कि गर्मी और उमस की वजह से हुई.
साल 2002 में लखनऊ में बीएसपी की एक रैली के बाद चारबाग रेलवे स्टेशन पर भी पार्टी के 12 कार्यकर्ता ऐसे ही एक दुर्घटना के शिकार हो गए थे.
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