ADVERTISEMENTREMOVE AD
Live

सबरीमाला: तृप्ति देसाई ने बदला अपना इरादा, आज रात लौट जाएंगी घर

तृप्ति देसाई कोच्चि एयरपोर्ट पहुंची हैं तो विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं आने दे रहे हैं

Updated
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

सबरीमाला मंदिर के दरवाजे 17 नवंबर से 64 दिनों के लिए खुलने जा रहे हैं. इस दौरान यहां वार्षिक पूजा ‘मंडाला मक्काराविल्लाक्कू’ होगी. सुप्रीम कोर्ट ने सभी उम्र की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश को लेकर मंजूरी दे दी है लेकिन फिर भी इसका विरोध हो रहा है. ऐसे में जब सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई 16 नवंबर की सुबह कोच्चि एयरपोर्ट पहुंची हैं, तब से उनका भारी विरोध हो रहा है और वो एयरपोर्ट से बाहर नहीं आ पा रही हैं. देसाई ने केरल के मुख्यमंत्री को चिट्टी लिखकर सुरक्षा की मांग की है.

8:25 PM , 16 Nov

'टैक्सी ड्राइवरों और होटल कर्मचारियों को दी गई धमकी'

तृप्ति देसाई ने कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने टैक्सी ड्राइवरों और होटल कर्मचारियों को धमकी दी है. उन्होंने कहा, “होटल कर्मचारियों से कहा गया है कि अगर हमें कमरा दिया गया, तो उनके होटल को नुकसान पहुंचाया जाएगा. मुझे दुख है कि जो लोग खुद को भगवान अयप्‍पा का भक्त कह रहे हैं, वो गालियां और धमकी दे रहे हैं.”

ADVERTISEMENTREMOVE AD
6:28 PM , 16 Nov

तृप्ति देसाई आज रात अपने घर लौट जाएंगी

कोच्चि एयरपोर्ट पर भारी विरोध प्रदर्शन के चलते समाजसेविका तृप्ति देसाई ने सबरीमाला मंदिर जाने का अपना फैसला बदल लिया है. आज रात की फ्लाइट से वह पुणे स्थित अपने घर लौट जाएंगी.

तृप्ति ने ये भी कहा कि अगली बार वह बिना किसी को बताए यहां आएंगी.

0
4:18 PM , 16 Nov

प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन जारी

कोच्चि एयरपोर्ट के बाहर प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन जारी है. एक प्रदर्शनकारी राहुल ईश्वर ने कहा, “तृप्ति देसाई को वापस चला जाना चाहिए. अगर तृप्ति ने सबरीमाला मंदिर में कदम रखा, तो उन्हें हमारे सीने पर पैर रखकर जाना होगा.”

10:41 AM , 16 Nov

निलक्कल, पांबा और सन्निधनम में लगी धारा 144

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केरल के निलक्कल, पांबा और सन्निधनम इलाकों में धारा-144 लगा दी गई है. एक जगह पर चार से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर गिरफ्तारी के आदेश हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

Published: 16 Nov 2018, 10:41 AM IST
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×