प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में संजय राउत (Sanjay Raut) के आवास पर घंटों की छापेमारी के बाद उन्हें अपने साथ ले गयी. हालांकि संजय राउत के वकील विक्रांत सबने ने मीडिया के सामने दावा किया है कि "ईडी ने आज सुबह संजय राउत को नया समन दिया था. उसी आधार पर संजय राउत बयान दर्ज कराने ईडी कार्यालय पहुंचे हैं. उन्हें न तो गिरफ्तार किया गया है और न ही हिरासत में लिया गया है:"
बता दें कि शिवसेना नेता संजय राउत मनी इससे जुड़े लॉन्ड्रिंग केस में 2 बार समन भेजने के बावजूद ED के सामने पेश नहीं हुए थे.
इसके बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं का विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया. संजय राउत को ED के अधिकारियों द्वारा ले जाते वक्त उनके घर के बाहर शिवसेना कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ मौजूद थी.
आज सुबह सात बजे जांच केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम CISF के अधिकारियों के साथ मुंबई के पूर्वी उपनगर बांडुप में स्थित संजय राउत के घर पहुंची और तलाशी शुरू की.
ED 60 वर्षीय संजय राउत से मुंबई के कथित पात्रा चॉल जमीन घोटाले (Patra Chawl Land Scam) तथा उनकी पत्नी और करीबी सहयोगियों से संबंधित लेनदेन के संबंध में पूछताछ करना चाहती है. दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे कैंप के नेता संजय राउत ने किसी भी तरह के गलत काम से इनकार किया है और आरोप लगाया है कि राजनीतिक बदले के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है.
संजय राउत बोले-"बाला साहेब की सौगंध किसी घोटाले से लेना-देना नहीं"
राउत ने जांच एजेंसी के अधिकारियों के उनके घर पहुंचने के तुरंत बाद ट्वीट किया कि “महाराष्ट्र और शिवसेना की लड़ाई जारी रहेगी.” एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि “झूठी है कार्रवाई, झूठे सबूत, मैं मर भी जाऊं, तो भी शिवसेना नहीं छोड़ूंगा. जय महाराष्ट्र”
राउत ने आगे कहा, “मैं शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की कसम खाकर कहता हूं कि किसी घोटाले के साथ मेरा कोई लेना-देना नहीं है. मैं शिवसेना के लिए लड़ाई जारी रखूंगा.”
समन के बावजूद ED के सामने पेश नहीं होने के लिए बीजेपी ने राउत पर पलटवार किया है. बीजेपी विधायक राम कदम ने कहा, "अगर वह निर्दोष है तो वह ED से क्यों डरते हैं. उनके पास प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए हमेशा समय है लेकिन पूछताछ के लिए जांच एजेंसी के कार्यालय जाने का समय नहीं है."
सुबह ED और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता संजय राउत के आवास के बाहर जमा हो गए.
पहले भी हो चुकी है पूछताछ
बता दें कि राज्यसभा सांसद राउत से 1 जुलाई को करीब 10 घंटे तक पूछताछ की गई थी और इस दौरान मनी लॉन्ड्रिंग विरोधी कानून की आपराधिक धाराओं के तहत उनका बयान भी दर्ज किया गया था.
इससे पहले अप्रैल महीने में, ED ने अपनी जांच के हिस्से के रूप में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके दो सहयोगियों की ₹ 11.15 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की थी.
इस प्रॉपर्टी में वर्षा राउत के दादर में एक फ्लैट और अलीबाग में किहिम समुद्र तट पर आठ प्लॉट शामिल हैं, जो संयुक्त रूप से वर्षा राउत और संजय राउत के "करीबी सहयोगी" सुजीत पाटकर की पत्नी स्वप्ना पाटकर के पास हैं.
ED संजय राउत से उनके करीबी सहयोगियों प्रवीण राउत और सुजीत पाटकर के साथ उनके "व्यापार और अन्य संबंधों" के बारे में और उनकी पत्नी से जुड़े प्रॉपर्टी डील के बारे में जानना चाहती है.
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