दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 लोगों की एकसाथ मौत जैसा ही मामला अब रांची से आया है. रांची के कांके थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के सात लोगों की संदिग्ध हालत में लाश मिली है. पुलिस को मृतकों के पास से दो सुसाइड नोट मिले हैं, एक 15 और दूसरा 2 पन्ने का का है. इसमें मौत की वजह आर्थिक स्थिति बेहद खराब होना बताया गया है.
इस कांड के बारे में डीआईजी ने बताया, ''पहली नजर में ऐसा लगता है कि आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते दो भाइयों ने पहले अपने परिवार के 5 सदस्यों की हत्या कर दी, इसके बाद खुद को भी फांसी के फंदे पर लटका लिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पूरी स्थिति साफ हो सकेगी.''
परिवार में कौन-कौन था?
पुलिस को दो भाइयों के शव फंदे पर लटके मिले हैं, जबकि बाकी पांच सदस्यों के शव बिस्तर पर मिले. मीडिया रिपोर्ट की मानें, तो दीपक झा (45) नाम का शख्स अपने परिवार के साथ यहां किराए के घर में रहता था. दीपक झा मूलरूप से बिहार के भागलपुर का रहने वाले था. कांके थाना क्षेत्र में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था. दीपक के अलावा घर में पत्नी सोनी (40), बेटी दृष्टि (5), बेटा जंगू (1 साल), छोटा भाई रूपेश (30), पिता सच्चिदानंद झा (65) और मां गायत्री देवी (55) साथ-साथ रहते थे.
पुलिस के मुताबिक, सुबह बच्ची को लेने के लिए स्कूल वैन वहां पहुंची, जब बच्ची घर से बाहर नहीं आई और घर से किसी ने जवाब नहीं दिया, तो दूसरे बच्चे ने घर में देखा तो घर में लाश लटकी हुई थी. जिसके बाद लोगों ने पुलिस को सुचना दी. पुलिस ने जो शव बरामद किए हैं उसमें दो फांसी पर लटकी मिली.
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अब तक मौत की वजह पता नहीं
इस घटना के बाद से पूरे इलाके में सनसनी मच गई है. रांची पुलिस मामले की जांच में जुटी है. कांके पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और जांच की जा रही है. एफएसएल टीम को भी बुला लिया गया है और टीम मामले की पड़ताल में जुटी है.
मकान मालिक का कहना है कि दीपक मांसिक दबाव से गुजर रहा था. उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. उसके एक बच्चे को कुछ दिमागी बीमारी थी, जिसके इलाज के लिए 18 लाख रुपये लगने की बात परिवार के लोग कहते थे.
इस मामले में पुलिस आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इन लोगों ने क्यों खुदकुशी की?
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