शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के बीच प्रदर्शनकारियों ने एक रास्ता कुछ देर के लिए खोल दिया, जिसके बाद उसे दूसरे ग्रुप ने बंद कर दिया. डीसीपी साउथ ईस्ट के मुताबिक, 22 फरवरी को प्रदर्शनकारियों ने कुछ देर के लिए रास्ता खोला. हालांकि, इस रास्ते को थोड़ी देर बाद दूसरे ग्रुप ने बंद कर दिया, जिसके बाद एक स्ट्रेच फिर खोला गया. पुलिस ने किसी रास्ते को अभी नहीं खोला है.
डीसीपी साउथ ईस्ट का कहना है कि अभी तक ये साफ नहीं है कि रास्ता खोलने में सभी प्रदर्शनकारियों की सहमति है या नहीं.
प्रदर्शनकारियों ने रास्ता खोलने के बाद जश्न भी मनाया, जिसका एक वीडियो भी सामने आया है. प्रदर्शनकारियों ने सड़क नंबर 9 खोली है, जो कालिंदी कुंज को नोएडा से जोड़ती है.
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21 फरवरी को भी खोला गया था एक रास्ता
इससे पहले, 21 फरवरी को एक बंद रास्ता थोड़ी देर के लिए खोला गया था. 69 दिनों से बंद ये रोड करीब 40 मिनट के लिए खोली गई थी.
CAA के विरोध में 15 दिसंबर को जामिया नगर में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद शाहीन बाग इलाके में विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इस प्रदर्शन में रोज सैकड़ों महिलाएं भागीदारी कर रही हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए वार्ताकार नियुक्त किए हैं. उसने वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन को यह जिम्मेदारी सौंपी और कहा कि वार्ताकार पूर्व नौकरशाह वजाहत हबीबुल्ला की मदद मांग सकते हैं.
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