जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों ने मोहरे सेट करना शुरू कर दिया है. एनडीए की सहयोगी शिवसेना ने एनसीपी से अपनी पुरानी अदावत भुलाकर शरद पवार को राष्ट्रपति बनाने की मांग की है.
लेफ्ट पार्टी भी शरद पवार को कैंडिडेट बनाने के लिए विचार कर रही है. लेफ्ट का मानना है कि शरद पवार के नाम पर कई पार्टियां एकजुट हो जाएंगी.
राज्यसभा सांसद और शिवसेना नेता संजय राउत ने एनडीटीवी से कहा कि शरद पवार राष्ट्रपति के एक बेहतरीन कैंडिडेट हो सकते है. उन्होंने कहा कि अगर पवार के नाम पर सर्वसम्मति बन जाती है, तो बीजेपी को भी सपोर्ट करना चाहिए.
सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने भी पवार के नाम पर समर्थन किया था. खबरों के मुताबिक, येचुरी ने शरद पवार से हाल ही में मुलाकात भी की. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने सोलापुर में एक प्रोग्राम में कहा कि अगर पीएम विपक्ष से बात करें, तो राष्ट्रपति चुनाव निर्विरोध हो सकता है.
बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए गठबंधन ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले है. हालांकि शिवसेना की एनडीए से अलग राय है. शिवसेना ने इसके पहले 2007 के राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के खिलाफ प्रतिभा देवीसिंह पाटिल का सपोर्ट किया था, जो यूपीए की कैंडिडेट थी.
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