पहलू खान की हत्या के गवाह रहे लोगों पर अलवर में जानलेवा हमला किया गया है. गवाहों में उनके बेटे भी शामिल हैं. हमला NH-8 पर उस वक्त हुआ जब गवाह वकील असद हयात के साथ बेहरोर गवाही देने जा रहे थे. हयात ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,
मैं कार में गवाह अजमत, रफीक, ड्राइवर अमजद और पहलू के बेटे इरशाद और आरिफ के साथ था. हम बेहरोर, पहलू के हत्यारों की पहचान करने जा रहे थे. जब हम निमराना क्रास हुए, एक बिना नंबर की काली स्कॉर्पियो ने हमें ओवरटेक करने की कोशिश की.असद हयात, पहलू खान की हत्या के केस में पीड़ितों के वकील
इरशाद ने आगे बताया, ‘स्कॉर्पियो में सवार लोगों ने हमें रुकने का इशारा किया. उनकी खाली नंबर प्लेट देखकर हम नहीं रुके. इसके बाद गाड़ी हमारे पास आई और वे लोग गाली-गलौज करने लगे. इसके बाद वे आगे बढ़े और हम पर गोलियां चलाने लगे.’
इसके बाद गवाह सवार कार ने यू टर्न लिया और तेजी से गाड़ी आगे चलाने लगे. कुछ दूर बाद हमलावरों की गाड़ी बेहरोर की ओर मुड़ गई.
इरशाद ने एक्सप्रेस को बताया कि वे दूर-दराज के गांवों से होते हुए अलवर जा रहे हैं. गवाह हरियाणा के नूह से आ रहे थे. गवाहों ने बेहरोर पुलिस पर भी भरोसा करने से इंकार किया है.
उनका कहना है कि बेहरोर पुलिस ने ही FIR में शामिल 6 लोगों को क्लीनचिट दी है. इसलिए वे सीधे एसपी से मिलने अलवर जा रहे हैं. वे केस को बहरोर से अलवर ट्रांसफर भी करने की मांग करेंगे.
अलवर एसपी का कहना है कि अभी उन्हें घटना की सूचना केवल मीडिया से मिली है. जब वे लोग उनके पास आएंगे तो वे कार्रवाई करेंगे.
इस साल एक अप्रैल को पहलू खान पर उस वक्त हमला किया गया था जब वे राजस्थान से मवेशी खरीदकर एक पिकअप ट्रक में नूह स्थित अपने गांव जा रहे थे. उनके साथ उनके बेटे इरशाद और आरिफ समेत अजमत और रफीक भी मौजूद थे. दो दिन बाद 55 साल के पहलू की मौत हो गई थी.
सोर्स: इंडियन एक्सप्रेस
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