उत्तर प्रदेश के शामली में जहरीली गैस के रिसाव की चपेट में आकर एक स्कूल के करीब 200 बच्चे बीमार हो गये. घटना की खबरें सामने आते ही प्रशासन ने आनन-फानन में बच्चों को जिला अस्पताल और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराया.
सरकार की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया कि गैस के रिसाव से 200 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी. इनमें से 175 बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि अन्य बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर के आयुक्त को इस मामले की जांच के आदेश दिये हैं.
शुगर मिल से निकली गैस से बीमार हुए बच्चे
जानकारी के मुताबिक, शामली में बुढाना रोड पर स्थित निजी स्कूल सरस्वती शिशु मंदिर में मंगलवार सुबह अचानक कई बच्चों की हालत बिगड़ने लगी. लोगों ने बताया कि स्कूल के पास ही शामली शुगर मिल का बायो गैस प्लांट है. इस शुगर मिल के लोगों ने सड़क के किनारे कथित रूप से रसायन फेंका था, उसी के उत्सर्जित गैस के प्रभाव से बच्चे बीमार हुए हैं.
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस रसायन से उठने वाला गंध इतना तेज था कि स्कूल में मौजूद बच्चों पर इसका बहुत बुरा प्रभाव हुआ. गंध के कारण बच्चों के गले में जलन, छाती में जलन और घबराहट होने लगी थी.
सरकार ने दिए मामले की जांच के आदेश
प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच के आदेश सहारनपुर के कमिश्नर को दिये हैं. शामली के जिलाधिकारी और स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह प्रभावित बच्चों के इलाज में हर संभव मदद करें.
अतिरिक्त महानिदेशक मेरठ जोन प्रशांत कुमार के अनुसार इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं और उनका स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
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