वीडियो एडिटर: कुनाल मैहरा
कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी, फाइनेंशियल प्लानिंग,स्ट्रैटेजी ऑफिसर... ये वो क्षेत्र थे जिसमें 20 साल की सुदीक्षा अपना करियर बनाना चाहती थीं. सुदीक्षा के बड़े-बड़े सपने थे. उन्हें पूरा करने के लिए वो पूरी लगन से अमेरिका में पढ़ाई भी कर रही थीं, लेकिन ये सभी सपने अब टूट गए हैं.
सुदीक्षा की उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 11 अगस्त को एक सड़क हादसे में मौत हो गई. परेशान करने वाली बात ये है कि घर वालों का आरोप है कि- ये दुर्घटना छेड़खानी की वजह से हुई.
अमेरिका में पढ़ाई करने वालीं सुदीक्षा छुट्टियों में घर आई हुईं थीं. बताया जा रहा है कि वो अपने चाचा के साथ मामा के घर जा रही थीं, जब दो बुलेट सवार रास्ते में छेड़खानी करने लगे. इसी दौरान हुए हादसे में सुदीक्षा की जान चली गई.
12वीं में पूरे जिले में किया टॉप
पढ़ाई में होनहार सुदीक्षा स्कॉलरशिप पर अमेरिका के प्रतिष्ठित बैबसन कॉलेज में पढ़ाई कर रहीं थीं. उन्हें एचसीएल की तरफ से 3.80 करोड़ की स्कॉलरशिप मिली थी. सुदीक्षा बैबसन कॉलेज में बिजनेस मैनेजमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप पढ़ रही थीं.
- 01/04(फोटो: फेसबुक/सुदीक्षा भाटी)
- 02/04(फोटो: फेसबुक/सुदीक्षा भाटी)
- 03/04(फोटो: फेसबुक/सुदीक्षा भाटी)
- 04/04(फोटो: फेसबुक/सुदीक्षा भाटी)
सुदीक्षा ने बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूल से कक्षा पांच तक पढ़ाई की. छठीं कक्षा से 12वीं तक की पढ़ाई उन्होंने विद्याज्ञान लीडरशिप एकेडमी से की. यहां उन्होंने लिब्रल आर्टस एंड साइंसेज, जनरल स्टडीज और ह्यूमैनिटीज जैसे सबजेक्ट्स पढ़े. 12वीं में 98% नंबर लाकर सुदीक्षा ने पूरे जिले में टॉप किया था, जिसके बाद 2018 में आगे की पढ़ाई करने वो अमेरिका चली गईं.
अमेरिका में पढ़ाई के दौरान भी सुदीक्षा बढ़-चढ़कर कार्यक्रमों में हिस्सा लेती थीं. उनका लिंक्डइन प्रोफाइल उनकी इंटर्नशिप और बाकी कामों से भरा हुआ है.
ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को सशक्त किया
उनके लिंक्डइन प्रोफाइल से पता चलता है कि गरीब परिवार से आने वालीं सुदीक्षा समाज के लिए काफी कुछ करना चाहती थीं. वो जब भी घर आतीं तो अपने गांव के बच्चों को मुफ्त में पढ़ाती थीं. ग्रामीण इलाकों में महिला अधिकारों और पढ़ाई को लेकर जागरुकता फैलाने को लेकर भी सुदीक्षा ने खूब काम किया था. उन्होंने वॉइस ऑफ विमेन इनिशिएटिव लॉन्च किया, जिसमें वो नुक्कड़ नाटक, सोशल मीडिया और खुद जाकर महिलाओं को जागरुक करती थीं.
स्कूल और कॉलेज के कार्यक्रम में भी वो खूब बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थीं. उन्होंने कई इनाम भी जीते. 2017 में USIEF ऑपर्चुनिटी फंडज प्रोग्राम स्कॉलर रहीं.
कॉस्ट-कंट्रोल, बिजनेस डेवलपमेंट, फाइनेंशियल एनालिस्ट, स्ट्रैटेजी ऑफिसर जैसे क्षेत्र सुदीक्षा को पसंद थे और वो इसमें आगे चलकर करियर बनाना चाहती थीं.
छह भाई-बहनों में सबसे बड़ी सुदीक्षा के जाने से पूरे घर में मातम छा गया है. पुलिस ने आईपीसी की धारा 79, 304A और मोटर वाहन अधिनियम की धारा 177, 184, 192 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. मामले की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की गई है. बुलंदशहर के एसएसपी ने सीओ सिटी दीक्षा सिंह के नेतृत्व में 3 सदस्यीय एसआईटी टीम गठित की है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)