ADVERTISEMENTREMOVE AD

सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों की ऐतिहासिक PC, कामकाज पर गंभीर सवाल उठाए

पहली बार जज आए मीडिया के सामने

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सुप्रीम कोर्ट के जजों ने पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा हमारी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया इसलिए मीडिया के सामने आना पड़ा. जस्टिस जस्ती चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
स्नैपशॉट

असाधारण हालात हैं जिसमें प्रेस कॉन्फ्रेस करनी पड़ रही है

सुप्रीम कोर्ट में कई चीजें ठीक नहीं हो रही हैं

हम चारों ने फैसला किया है कि सुप्रीम कोर्ट की सम्मान बनाए रखना जरूरी है

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से कई अनिमितताओं पर बात हुई थी

हमने चीफ जस्टिस को एक चिट्ठी लिखी थी

न्यायपालिका की निष्ठा पर सवाल उठ रहे हैं

हम चारों में चीफ जस्टिस से मुलाकात कर कई मुद्दों पर बात की थी

हम नहीं चाहते हम पर कोई आरोप लगे

ADVERTISEMENTREMOVE AD

‘चीफ जस्टिस पर देश को फैसला करना है’

जस्टिस जेलमेश्वर ने कहा हम देश के लिए अपना फर्ज अदा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि न्यायिक अनियमितताओं पर हमने चीफ जस्टिस से बात की थी. लेकिन उस पर कुछ नहीं हुआ. मीडिया के सामने आने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा.

उन्होंने कहा कि हम सिर्फ अपनी तरफ से बात कर रहे हैं किसी और की तरफ से नहीं. मुख्य न्यायाधीश पर फैसला देश को करना है. उन्होंने कहा कि मजबूत लोकतंत्र के लिए स्वतंत्र न्यायपालिका की जरूरत है.

चीफ जस्टिस को भेजा गया था ये पत्र

सात पेज का लेटर

जजों ने चीफ जस्टिस को सात पन्नों का लेटर भेजा था

ADVERTISEMENTREMOVE AD

[गणतंत्र दिवस से पहले आपके दिमाग में देश को लेकर कई बातें चल रही होंगी. आपके सामने है एक बढ़ि‍या मौका. चुप मत बैठिए, मोबाइल उठाइए और भारत के नाम लिख डालिए एक लेटर. आप अपनी आवाज भी रिकॉर्ड कर सकते हैं. अपनी चिट्ठी lettertoindia@thequint.com पर भेजें. आपकी बात देश तक जरूर पहुंचेगी]

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×