विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 2015 में पाकिस्तान से भारत आई भारतीय लड़की गीता को उसके माता-पिता से मिलवाने में सहयोग करने की अपील की. उन्होंने कहा कि जो भी गीता को उसके परिवार से मिलवाएगा, उसे वे एक लाख रुपये इनाम देंगी. गीता न तो बोल सकती है और न ही सुन सकती है.
उन्होंने लोगों से अपील की कि करीब 12 वर्ष पहले लापता लड़की के परिवार के बारे में जानने वाले लोग आगे आएं. गीता इस वक्त इंदौर के एक एनजीओ में रह रही है.
सुषमा ने एक वीडियो के जरिए लोगों से अपील करते हुए कहा-
किसी लड़की को उसके माता-पिता से मिलवाने से बेहतर काम कुछ नहीं हो सकता. जो भी गीता को उसके माता-पिता के बारे में पता लगाने में सहयोग करेगा, उसे हम एक लाख रुपये देंगे.
अक्तूबर 2015 में भारत आने के बाद गीता इंदौर में गूंगे-बहरे लोगों के लिए संचालित संस्थान में रह रही है.
सुषमा स्वराज ने कहा-
कई बार वह काफी भावुक हो जाती है और रोने लगती है. इसके माता-पिता से मेरी अपील है कि कृपया आगे आएं और अपनी बेटी को ले जाएं. मैं आश्वासन देती हूं कि हम उसे आप पर बोझ नहीं बनने देंगे. हम उसकी पढ़ाई और शादी सहित हर तरह से ख्याल रखेंगे.
सुषमा ने वीडियों में कहा कि आपकी बेटी आपसे मिलने के लिए बेचैन है. उन्होंने कहा कि गीता बिहार या झारखंड से हो सकती है. उन्होंने दोनों राज्यों के सीएम से आग्रह किया कि ये सुनिश्चित किया जाए कि उनकी अपील को हर केबल टीवी नेटवर्क पर अगले 7 दिनों तक प्रसारित किया जाए ताकि उसकी सहायता के लिए लोग आ सकें.
2015 में गीता जब पाकिस्तान से भारत आई थी, तब झारखंड के महतो परिवार ने गीता को अपनी बेटी होने का दावा किया था. इसके बाद सरकार ने गीता और महतो परिवार का डीएनए टेस्ट करवाया था, लेकिन महतो परिवार का डीएनए गीता के डीएनए से नहीं मैच हुआ है.
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