झारखंड के पाकुड़ जिले में मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के साथ मारपीट की गई. आरोप भारतीय जनता युवा मोर्चा समर्थकों पर है. पुलिस ने कहा कि 78 साल के स्वामी लिटपाड़ा में 195वें दमिन महोत्सव में शामिल होने जा रहे थे. होटल से बाहर आते ही उन पर हमला कर दिया गया.
मेरे हिसाब से ये प्रायोजित हमला है. मुझे कोई सिक्योरिटी नहीं दी गई थी. ये एक साजिश है. बीजेपी युवा मोर्चा और एबीवीपी ने ही हमला कराया है. जैसे ही मैं कार्यक्रम स्थल से बाहर आया BJYM और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने बिना वजह मुझ पर हमला कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि मैं हिन्दुओं के खिलाफ बोल रहा हूं. मैं समझता था कि झारखंड एक शांतिपूर्ण राज्य है लेकिन इस घटना के बाद मेरे विचार बदल गए हैं.स्वामी अग्निवेश
हमलावरों ने पहले नारेबाजी करते हुए उन्हें काले झंडे दिखाए और इसके बाद उनके साथ मारपीट की जिससे वे जमीन पर गिर गए. उनके सहयोगियों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की.पुलिस ने 20 हमलावरों को हिरासत में लिया है.
इस बीच, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस हमले पर चिंता व्यक्त करते हुए इसकी जांच संथाल परगना के कमिश्नर और पुलिस उपमहानिरीक्षक से कराने के निर्देश दिये. बीेजेपी के झारखंड प्रदेश महासचिव और प्रदेश मुख्यालय प्रभारी दीपक प्रकाश ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. पार्टी अग्निवेश के साथ मारपीट की घटना की गंभीरता से जांच कर रही है.'' उन्होंने ये भी दावा किया, ‘‘बीजेपी या उससे जुड़े संगठनों के कार्यकर्ता इस तरह की हिंसा नहीं कर सकते हैं.'' प्र
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