उत्तर प्रदेश में 24 साल का रिकॉर्ड तोड़ने वाले तूफान से ताज महल भी अछूता नहीं रहा.बुधवार को हुई भारी बारिश और हवा से ताजमहल में कई पिलर टूट कर गिरे और काफी नुकसान हुआ.
ताज महल के एंट्री गेट पर स्थित 12 फीट की मीनार जिसे ‘दरवाजा-ए-रौजा’ के नाम से जाना जाता था, तेज बारिश और हवा के कारण टूट कर गिर गई. दक्षिणी गेट के पर लगा आठ फीट ऊंचा पिलर भी टूट गया. सरहिदी बेगम (सहेली बुर्ज) के मकबरे की छत का गुलदस्ता नीचे आ गया. परिसर में कई पेड़ टूटने से भी काफी नुकसान पहुंचा.
ताज महल की देखरेख का जिम्मा ASI के पास है, जिसे लेकर विवाद चल रहा है. सुन्नी वक्फ बोर्ड का कहना है कि ताजमहल पर उनका हक है जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. साथ ही ASI का ये भी कहना है कि ताज महल में आने वाले सैलानियों का भार भी कम करने की जरूरत है. जिसके चलते आने-जाने के वक्त को भी कम किया गया था.
उत्तर प्रदेश में तूफान से बर्बादी
उत्तर प्रदेश में आए तूफान से काफी नुकसान हो चुका है. मथुरा के कई जिलों में आंधी के कारण किसानों की फसलें की बर्बाद हुई हैं. ANI की रिपोर्ट के मुताबिक कल रात की आंधी में तीन बच्चों की भी मौत हुई है.
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