तमिलनाडु के थलावाईपुरम के रहने वाले एस सारावनामुथु दिहाड़ी कम के अपना गुजर बसर करते हैं. इनको भारत के राष्ट्रपति के हाथों नेशनल इनोवेशन अवॉर्ड मिला. सारावनामुथु ने अपनी पत्नी के लिए रिमोट से ऑपरेट होने वाला टॉयलेट बेड बनाया.
बेटर इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सारावनामुथु को सर्जरी के बाद तीन महीनों के लिए बेड रेस्ट करना पड़ा. जब उनकी पत्नि बिस्तर पर थीं तो उनकी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए परिवार को मदद करनी पड़ती थी. 40 साल के सारावनामुथु ने इसी के बाद अपनी पत्नी को इन दिक्कतों से निजात दिलाने के लिए एक टॉयलेट वाला बेड बनाया, जिससे बार बार टॉयलेट जाने के लिए उन्हें किसी की मदद की जरूरत न पड़े.
बेटर इंडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि उनके सर्जरी के बाद उनकी पत्नी को किसी भी काम के लिए हमेशा दूसरों की जरूरत पड़ती रहती थी. इसलिए वो चाहते थे कि वो एक ऐसा इजाद करें जिससे इस दिक्कत का समाधान निकल जाए.
चूंकि सारावनामुथु एक वेल्डर थे इसलिए ये उनके लिए बहुत मुश्किल नहीं था.
रिमोट कंट्रोल बेड 12 वोल्ट की बैटरी से जुड़ा है. और इसे दाएं-बाएं और ऊपर-नीचे मूव करने के लिए दो मोटर लगीं है. इस बेड में फ्लश करने के लिए बटन भी रिमोट में ही दिया गया है. इस बेट से मल-मूत्र निकालने वाला पाइप भी सेप्टिक टेंक से जुड़ा हुआ है. रिमोट की मदद से ही ढक्कन खुलता है और बंद होता है. सारावनामुथु को अब इस बेड को बनाने के लिए ऑफर भी आने लगे हैं.
सारावनामुथु को 2 लाख रुपए, प्रोटोटाइप बनाने के लिए 35 हजार रुपए अलग से और नेशनल अवॉर्ड मिला.
सारावनामुथु बिना ईंधन के चलने वाली कार भी बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)