लखनऊ के हिंदू-मुस्लिम कपल के पासपोर्ट विवाद की जांच कर रही लोकल इंटेलिजेंस यूनिट टीम ने दावा किया है कि मोहम्मद अनस सिद्दिकी की पत्नी तन्वी सेठ ने पासपोर्ट बनवाने के लिए गलत पता दिया था.
टीम का कहना है कि सेठ ने लखनऊ स्थित अपने ससुराल का पता दिया था लेकिन वह यह साबित नहीं कर पाई कि वह कभी लंबे समय तक यहां रही हैं. गलत जानकारी देने के आरोप में तन्वी का पासपोर्ट रद्द किया जा सकता है.
ससुराल वाले पते के बारे में नहीं दे सके कोई सबूत
जांच टीम के मुताबिक तन्वी ने पासपोर्ट के लिए लखनऊ के जिस पते के दस्तावेज दिए हैं, वहां वह पिछले एक साल से कभी लंबे समय तक रही ही नहीं. तन्वी के ससुराल वाले इस बात का कोई सबूत पेश नहीं कर सके कि तन्वी पिछले एक साल के दौरान वहां रही. अब जांच टीम वेरिफिकेशन के लिए तन्वी के नोएडा वाले घर जाएगी. गलत जानकारी देने के आरोप में तन्वी का पासपोर्ट रद्द किया जा सकता है.
तन्वी ने आरोप लगाया था कि लखनऊ में पासपोर्ट अधिकारी ने उनके पति को धर्म परिवर्तन के लिए कहा था. तन्वी के इस आरोप के बाद मामला गर्मा गया था. पासपोर्ट देने से मना करने वाले अधिकारी का ट्रांसफर भी कर दिया गया. इससे कुछ लोगों ने सुषमा स्वराज को ट्वीटर पर काफी ट्रोल किया था.
विदेश मंत्रालय ने किया नियमों में बदलाव
इस बीच, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि पासपोर्ट के लिए हमने विवाहित पुरुषों और महिलाओं की ओर से मैरिज सर्टिफिकेट जमा करने का नियम रद्द कर दिया है. कुछ तलाकशुदा महिलाओं ने शिकायत की थी उन्हें अपने एक्स-हसबैंड और उनसे पैदा बच्चों के नाम बताने पड़ते थे. इसलिए इस नियम को बदल दिया गया. इस नियम के रद्द होने के बाद दंपतियों को इस तरह असुविधाजनक सवालों का जवाब नहीं देना होगा.
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