तेलंगाना के मुख्यमंत्री और टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर चुके हैं. इस साल के अंत में बाकी राज्यों के चुनाव के साथ वह चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं. लेकिन चुनाव आयोग ने कहा है कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है.
अभी चुनाव की तारीख पर फैसला नहीं
शुक्रवार को चुनाव आयोग की हुई बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा "हम जांचेंगे कि क्या तेलंगाना के विधानसभा चुनाव बाकी चार राज्यों के साथ करवाए जा सकते हैं. चुनाव की तारीखों को लेकर किसी भी तरह की भविष्यवाणी फिलहाल नहीं की जा सकती."
“सबसे पहले, चुनाव आयोग तेलंगाना के मुख्य चुनाव अधिकारी से तैयारी का जायजा लेगा. उसके बाद फैसला किया जाएगा कि चुनाव कब आयोजित करवाए जाए. फिर एक आधिकारिक ऑडिट होगा. इसके बाद ही चुनाव आयोग का तेलंगना का दौरा कर चुनाव की तिथि फाइनल करेगा.”ओ पी रावत, मुख्य चुनाव आयुक्त
विधानसभा भंग करने की सिफारिश
गुरुवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने विधानसभा भंग कर समय से पहले चुनाव कराने की मांग की. कैबिनेट की बैठक करने के बाद राव ने राज्य के गवर्नर ईएसएल नरसिम्हन से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. गवर्नर ने राव की सिफारिश मंजूर कर ली है. साथ ही अगली सरकार बनने तक राव को कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है.
तेलंगाना में समय से पहले चुनाव
तेलंगाना में अगला विधानसभा चुनाव 2019 में लोकसभा चुनाव के साथ ही कराया जाना था. अभी तेलंगाना सरकार का कार्यकाल करीब 8 महीने का बचा हुआ था. लेकिन मुख्यमंत्री राव इस साल के अंत में 4 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ ही इस राज्य के चुनाव कराने के मकसद से विधानसभा भंग करने की सिफारिश की. लेकिन चुनाव आयोग के संकेत से ऐसा लग रहा है कि राव को आयोग से झटका लग सकता है.
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