पाकिस्तान स्थित करतारपुर गुरुद्वारा साहिब भारतीयों के लिए खुलने से कुछ दिन पहले सुरक्षा को लेकर बड़ी खबर आई है. न्यूज एजेंसी IANS ने बताया है कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने सुरक्षाबलों को पाकिस्तान के नारोवाल जिले में गुरुद्वारा दरबार साहिब के पास आतंकी कैंप मौजूद होने की खबर दी है.
भारत ने पाकिस्तान से गुरु नानक देव के नाम पर गुरुद्वारे के आस-पास लगभग 100 एकड़ जमीन को खाली करने के लिए कहा है. एक सीनियर आईपीएस अफसर ने कहा, "इस मामले पर पाकिस्तान का जवाब निराशाजनक रहा है."
इन आतंकी कैंप से संकेत मिलता है कि पाकिस्तान ने अपने ‘K2’ प्लान के तहत नापाक हरकत करना शुरू कर दी है. पाकिस्तान की ISI पंजाब और कश्मीर दोनों में परेशानी पैदा करना चाहती है. इसी के चलते वह न सिर्फ आतंकवादियों की घुसपैठ करा रहे हैं, बल्कि पंजाब में खालिस्तान आंदोलन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है.सीनियर आईपीएस अफसर
सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादी हाफिज मोहम्मद सईद इन आतंकी कैंप को चला रहा है. ये भी जानकारी मिली है कि महिलाओं को भी आतंकी कैंप में ट्रेनिंग दी जा रही है. देश की सबसे बड़ी सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक और आईपीएस अधिकारी विवेक कुमार जौहरी ने सीमा पार की मौजूदा स्थिति के बारे में सतर्क कर दिया है.
9 नवंबर को खुलेगा कॉरिडोर
भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक और पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित करतारपुर गुरुद्वारा साहिब को जोड़ने वाला कॉरिडोर 9 नवंबर को खोला जाएगा. ये अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज 4 किलोमीटर दूर है.
भारत से करतारपुर जाने वाले भक्तों को पासपोर्ट दिखाने की जरूरत नहीं होगी. कॉरिडोर के उद्घाटन वाले दिन और गुरु नानक देव की 550वीं जयंती वाले दिन भक्तों से कोई फीस नहीं ली जाएगी. ये सिख समुदाय के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है, जहां भक्त पहले सिख गुरु के 550वीं जयंती को मनाने के लिए आ रहे हैं.
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