पूरा देश आज 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. देश की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाबलों की वजह से ही हम देशवासी चैन और सुकून से सांस ले पाते हैं. नापाक कोशिशों को नाकाम करने के लिए जवान दिन-रात जुटे रहते हैं. जवानों का ये जज्बा पिछले साल भी आतंक पर भारी पड़ा. इस बेहतरीन कारनामे के लिए गणतंत्र के मौके पर 795 पुलिसकर्मियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया गया.
पुलिसकर्मियों के जज्बे को सलाम
गणतंत्र दिवस के अवसर पर इस वर्ष 795 पुलिसकर्मियों को पुलिस पदक दिया गया है. इनमें 107 पुलिसकर्मियों को पुलिस वीरता पदक, 75 पुलिसकर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 613 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक शामिल हैं. 107 वीरता पुरस्कारों में से 66 जम्मू एवं कश्मीर के लिए, 35 उग्र वामपंथ प्रभावित क्षेत्रों के लिए और 3 पूर्वोत्तर क्षेत्रों के लिए हैं.
वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मियों में से 38 पुलिसकर्मी जम्मू एवं कश्मीर पुलिस, 35 सीआरपीएफ और 10 छत्तीसगढ़ के हैं.
इस साल भारतीय पुलिस सेवा से 5 अधिकारियों को वीरता के लिए पुलिस पदक प्रदान किए जा रहे हैं. इस साल विशिष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक और उत्कृष्ट सेवा के लिए राष्ट्रीय पुलिस पदक के संबंध में काफी सख्त चयन प्रक्रिया का इस्तेमाल किया गया.
आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब
पिछले साल यानी 2017 में आतंकवाद की भी काफी घटनाएं हुई. बावजूद इसके हमारे सेना के जवान और पुलिस ने इनका डटकर मुकाबला किया और उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया. पिछले साल 213 आतंकवादी मारे गए. साल भर में घुसपैठ की 406 घटनाएं घटी. इनमें 59 आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मौत के घाट उतार दिया.
44 लोगों को दिए जाएंगे जीवन रक्षा पदक
पुलिसकर्मियों के अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 2017 के जीवन रक्षा पदक के लिए भी 44 लोगों के नामों को मंजूरी दी है. इनमें से सात लोगों को सर्वोतम जीवन रक्षा पदक, 13 को उत्तम जीवन रक्षा पदक और 24 को जीवन रक्षा पदक प्रदान किए जाएंगे. सात पुरस्कार मरणोपरांत दिए जाएंगे.
जीवन रक्षा पदक उन व्यक्तियों को दिए जाते हैं जिन्होंने मानवता का परिचय देते हुए किसी दूसरे व्यक्ति की प्राण रक्षा का महान कार्य किया हो. यह पुरस्कार तीन कैटगरी-सर्वोतम जीवन रक्षा पदक, उत्तम जीवन रक्षा पदक और जीवन रक्षा पदक के रूप में दिए जाते हैं. जीवन के हर क्षेत्र के महिला और पुरुष, दोनों पुरस्कारों के पात्र हैं. पुरस्कार मरणोपरांत भी प्रदान किए जाते हैं.
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