6 और 7 सितंबर की दरमियानी रात देश के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होने वाली है. इस रात 1.30 बजे से 2.30 बजे की बीच इसरो के स्पेसक्राफ्ट चंद्रयान-2 की चांद पर लैंडिंग होगी. इस लैंडिंग का गवाह पूरा देश बनेगा. इस दौरान बेंगलुरू के इंडियन स्पेस रिसर्च सेंटर मुख्यालय से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक मौके को देखेंगे. खास बात ये है कि पीएम मोदी के साथ देशभर के 60 स्टूडेंट्स भी अपने पैरेंट्स के साथ इस अद्भुत नजारे का दीदार करेंगे. ये वो बच्चे हैं, जिन्हें एस्ट्रोनॉमी की दुनिया से प्यार है. इसी के चलते उन्हें एक ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता के तहत भाग लेने वाले हजारों बच्चों में से चुना गया है.
चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग के बाद भारत सरकार की तरफ से 8वीं से 10वीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स के लिए एक ‘स्पेस क्विज’ प्रोग्राम का आयोजन किया गया था. 15 से 25 अगस्त तक हुए इस ऑनलाइन क्विज में स्पेस साइंस से संबंधित 20 सवालों के जवाब देने थे. इसमें 10 मिनट में सबसे ज्यादा सही जवाब देने वाले बच्चे विजेता बने थे. यह क्विज भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के बारे में बच्चों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित किया गया था. इसके तहत हर राज्य से 2 बच्चों को चुना गया.
तो आइए जानते हैं इनमें से कुछ चुनिंदा बच्चों के बारे में, जिन्हें भारत के इस ऐतिहासिक इवेंट का गवाह बनने का मौका मिला है.
राशि वर्मा, लखनऊ
यूपी की राजधानी लखनऊ में दिल्ली पब्लिक स्कूल की 10वीं की छात्रा राशी वर्मा अपने चुने जाने की खुशी से बेहद उत्साहित हैं, राशी ने कहा, "मैं पीएम मोदी से मिलने के लिए उत्साहित हूं और उनसे टाइम मैनेजमेंट और फिटनेस मंत्रा के बारे में पूछूंगी" राशि ने बताया, "मेरी क्लास के लगभग सभी बच्चे इस एग्जाम में शामिल हुए थे. हमें पहले स्पेस से जुड़े विडियो दिखाए गए थे, जिनसे मुझे इस एग्जाम को क्लियर करने में काफी मदद मिली." राशि आगे चलकरआईएएस अधिकारी बनना चाहती हैं."
मनोग्य सिंह सुयांश, दिल्ली
दिल्ली कैंट में मौजूद केंद्रीय विद्यालय के 9वीं के छात्र मानोग्य को उस ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार है, जब चांद की सतह पर चंद्रयान-2 उतरेगा. मानोग्य ने बताया कि उन्हें स्पेस में काफी दिलचस्पी है. क्विज प्रतियोगिता में दिल्ली में फर्स्ट आने के बाद भारत सरकार से इस पल का गवाह बनने के लिए उन्हें न्योता मिला. मानोग्य ने कहा, "मैं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उस क्षण को जी सकूंगा, जिसका इंतजार पूरे देश को है." उन्हें बचपन से ही स्पेस के बारे में जानने की इच्छा रही है. आगे चलकर वे एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं.
वाहेंगबम देवनंदा, इम्फाल
मणिपुर के पूर्वी इम्फाल के यारलपत में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र वाहेंगबम देवनंदा को चंद्रयान-2 की लाइव लैंडिंग देखने का मौका मिलेगा. अपनी खुशी जाहिर करते हुए वाहेंगबम ने बताया, "मुझे विश्वास नहीं हुआ जब मुझे पता चला कि मुझे इस कार्यक्रम के लिए चुना गया है. मुझे बहुत खुशी है कि मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चंद्रयान 2 की लाइव लैंडिंग देखने को मिलेगी"
मृदुला तिवारी, रांची
रांची के धुर्वा की रहने वाली मृदुला कुमारी सेंट थॉमस स्कूल में नौवीं कक्षा की छात्रा हैं. मृदुला पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं. मृदुला ने बताया कि इस खबर को सुनने के बाद से वो काफी खुश हैं. उनका कहना है कि प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान-2 की लैडिंग देखना उनके लिए काफी गर्व की बात है. मृदुला ने बताया कि वो आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती हैं. इसके लिए वो अभी से दिल लगाकर पढ़ाई कर रही हैं. मृदुला ने बताया कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वो कभी प्रधानमंत्री से मिल पाएंगी. मृदुला का कहना है कि मौका मिला तो वह पीएम के साथ एक सेल्फी क्लिक करना चाहेंगी.
गरिमा शर्मा, चुरू
राजस्थान के चुरू के केंद्रीय विद्यालय की नौवीं कक्षा की छात्रा गरिमा शर्मा भी उन 60 प्रतिभाशाली स्टूडेंट्स शामिल है, जिन्हें पीएम के साथ चंद्रयान-2 की लैंडिंग को लाइव देखने का मौका मिलेगा. एपीजे अब्दुल कलाम को अपनी प्रेरणा मानने वाली गरिमा एस्ट्रोनॉट बनना चाहती हैं. गरिमा मूल रूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ की रहने वाली हैं. गरिमा ने बताया कि ऑनलाइन क्विज में 600 सेकेंड में 20 सवालों के जवाब देने थे, उसने 400 सेकेंड में सारे जवाब दे दिए. गरिमा का कहना है कि वह इसरो के वैज्ञानिकों से उनका सपना पूरा करने के सूत्र जानेगी. पीएम मोदी को अपना आर्दश मानने वाली गरिमा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके मेन्टेन रहने और अच्छा बोलने का राज भी जानना चाहती है.
श्रीजल चंद्राकर, महासमुंद
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में केंद्रीय विद्यालय की कक्षा नौवीं की छात्रा श्रीजल चंद्राकर ने इस कामयाबी पर कहा कि जैसे ही उसे अंतरिक्ष क्विज के बारे में जानकारी मिली, तो उसने जोर-शोर से इसकी तैयारी शुरू कर दी थी. उन्होंने कहा कि यह उनके लिए बहुत बड़ा अवसर है. वे अपने परिजनों के साथ अपने शिक्षकों को इस कामयाबी का श्रेय देती हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनके लिए प्रधानमंत्री से मिलना कभी संभव होगा. सृजल ने कहा, "मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि वे हर समय इतनी कुशलता से कैसे काम करते हैं और देश के लिए उनकी क्या योजना है"
रिबैत फावा, चेरापूंजी
मेघालय के चेरापूंजी के रिबैत फावा को भी पीएम मोदी के साथ बैठकर चंद्रयान-2 की लैंडिंग देखने का मौका मिला है. रिबैत राष्ट्रीय कैडेट कोर की जूनियर विंग के कैडेट और रामकृष्णा मिशन स्कूल के छात्र हैं.
इसके अलावा हरिद्वार के शिवालिकनगर के रहने वाले गर्व सक्सेना, चंडीगढ़ सिटी के अक्षत शुक्ला, खरड़ की शगुन पंजवानी, ओडिशा के झारसुगुड़ा के चिन्मय चौधरी और हैदराबाद की कंचना बालाश्री वासवी भी उन 60 मेधावी स्टूडेंट्स में शामिल हैं, जिन्हें चांद पर होने वाले चंद्रयान 2 की लैंडिंग का लाइव टेलीकास्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देखने का मौका मिलेगा.
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