लखनऊः राष्ट्रपति आज करेंगे वन डिस्ट्रिक-वन प्रोडक्ट समिट का शुभारंभ
प्रदेश के परंपरागत उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में नई पहचान दिलाने और दस्तकारों को उनके घर में ही रोजगार मुहैया कराने के मकसद से शुरू की गई वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट (ODOP) स्कीम के जरिये सूबे की तस्वीर बदलने का महत्वाकांक्षी अभियान शुक्रवार से शुरू होगा.
ODOP स्कीम को धरातल पर उतारने और उसे रफ्तार देने के मकसद से तीन दिवसीय ODOP समिट का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उद्घाटन करेंगे. समिट के दौरान राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के सभी जिलों में ODOP स्कीम के लाभार्थियों को 1006.94 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किये जाएंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार शाम राज्यपाल राम नाईक से राजभवन में मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को राष्ट्रपति के लखनऊ दौरे की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी.
फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में बंदियों में टकराव, जेल अधिकारी भी जख्मी
फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में गुरुवार को कैदियों के दो गुट आपस में भिड़ गए. दोनों गुटों के बीच मारपीट के साथ पथराव भी हुआ. बीच-बचाव में एक जेल अधिकारी के भी जख्मी होने की खबर है. जेल के अंदर माहौल एक कैदी के खुदकशी करने की अफवाह से गरमाया.
केंद्रीय कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक वीपी त्रिपाठी ने बताया कि बुधवार शाम जेल में तलाशी कराई गई थी. बैरक नंबर एक में निरुद्ध कानपुर देहात के घाटमपुर निवासी एक कैदी छोटे शुक्ला उर्फ रूप किशोर तलाशी के दौरान बंदीरक्षक पर हमलावर हो गया. उसके पास से कुछ प्रतिबंधित सामग्री भी बरामद हुई थी. इस पर उसे दूसरी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया. गुरुवार शाम अचानक किसी ने छोटे के फांसी पर लटके होने की अफवाह फैला दी. इस पर पहले से लामबंद बंदियों के दो गुटों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए. विवाद बढ़ने पर मारपीट होने लगी, दोनों ओर से ईंट पत्थर चल गए. अधिकारियों ने छोटे शुक्ला को दूसरी बैरक से लाकर बंदियों को दिखाया तो मामला शांत हुआ.
शिवपाल ने CM योगी से की मुलाकात
उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव समाजवादी कुनबे की कलह में हाशिए पर आ गये थे लेकिन, अब वह मुख्य धारा में लौटने लगे हैं. गुरुवार को शिवपाल ने एनेक्सी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की तो राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई.
हालांकि, शिवपाल ने मुलाकात के बाद दो टूक कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था और बढ़ते भ्रष्टाचार की शिकायत की है.शिवपाल को लेकर यह बात उठती रही है कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, समय-समय पर वह इस बात का खंडन भी करते रहे हैं. गुरुवार को जब उनके एनेक्सी जाकर मुख्यमंत्री से मिलने की सूचना फैली तो सबसे पहले यही कयास लगा लेकिन, शिवपाल ने बाहर निकलते ही कहा कि मैं तो क्षेत्र की समस्याओं और कानून-व्यवस्था की शिकायत करने गया था. जसवंतनगर और इटावा की कई घटनाओं का मैंने हवाला भी दिया है. मुख्यमंत्री ने इन पर कार्रवाई का भरोसा दिया है. शिवपाल ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली बीजेपी के शासन में भ्रष्टाचार 10 गुना बढ़ गया है.
अपनी ही सरकार के खिलाफ गरजीं सांसद साध्वी
लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी पिछड़ों और दलितों को सहेजने में जुटी है और बहराइच से बीजेपी की ही सांसद साध्वी सावित्री बाई फुले निरंतर अपने आक्रामक तेवर से बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर रही हैं.
गुरुवार को सांसद सावित्री बाई फुले अपनी ही सरकार के खिलाफ फिर गरजीं. उन्होंने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा और एससी, एसटी एक्ट की बहाली को छलावा करार दिया है. साध्वी विश्व आदिवासी दिवस पर बीजेपी मुख्यालय से चंद कदम दूर कैपिटल सेंटर में सामाजिक न्याय और अधिकार सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा कि जब तक ओबीसी आरक्षण और एससी एसटी एक्ट को संविधान की नवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया जाता तब तक इसका कोई मतलब नहीं है. बड़ी सफाई से ओबीसी और एससी आरक्षण पर चोट की जा रही है.
कन्नौज से होगी अखिलेश की साइकिल यात्रा की शुरुआत
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अगले साल होने वाले आम चुनावों को देखते हुए एक बार फिर अपनी साइकिल यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. अखिलेश साइकिल यात्रा की शुरुआत कन्नौज से करेंगे.
50 किलोमीटर लंबी यात्रा कन्नौज की ठठियामंडी से शुरु हो आगरा -लखनऊ एक्सप्रेस-वे की हवाईपट्टी पर पूरी होगी. अखिलेश की साइकिल यात्रा को खजांची परिवार झंडी दिखाएगा. खजांची वही है, जिसका जन्म नोटबंदी के दिनों में बैंक की लाइन में लगी महिला के प्रसव हो जाने पर हुआ था और तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ही उसे खजांची नाम दिया था.
राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने बताया कि साइकिल यात्रा की घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री ने पांच अगस्त को की थी. इस यात्रा के जरिये जनसंपर्क में बीजेपी की जनविरोधी नीतियों को उजागर करेंगे और समाजवादी सरकार की उपलब्धियों का प्रचार किया जाएगा.
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