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कई ट्विटर यूजर्स की चेतावनी:‘JEE-NEET स्थगित नहीं हुए तो वोट नहीं’

बीजेपी को अपनों से भी मिली चेतावनी

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बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इस साल सितंबर में JEE मेन और NEET UG कराने को लेकर सख्त रवैया अपना लिया है. हालांकि, ऐसा लग रहा है कि ये नौजवानों और छात्रों में पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि सोशल मीडिया पर कई यूजर ने आने वाले चुनावों में बीजेपी के लिए 'वोट न करने' की धमकी दी है. इनका कहना है कि अगर ये दोनों एंट्रेंस एग्जाम स्थगित नहीं होते हैं तो वो बीजेपी के लिए वोट नहीं करेंगे.

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केंद्र सरकार के इन एग्जाम को स्थगित न करने के फैसले से नाराज दिखे अनुपम नेगी ने कहा, "हमारे समय का इंतजार कीजिए. मैं अपनी जिंदगी में कभी भी बीजेपी को वोट नहीं करूंगा."

बीजेपी को अपनों से भी मिली चेतावनी

उच्च स्तरीय शिक्षा सचिव अमित खरे और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी चेयरमैन विनीत जोशी जैसे वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के इन एग्जाम के समर्थन में बयानों से छात्रों में गुस्सा और ज्यादा बढ़ता दिख रहा है. इन अधिकारियों का कहना है कि एग्जाम स्थगित करने से छात्रों का भविष्य खतरे में आ सकता है और इससे एक अकादमिक साल का नुकसान भी हो सकता है.

लेकिन छात्रों का कहना है कि क्योंकि ये अभूतपूर्व स्थिति है, इसलिए सरकार को दिवाली तक स्थगित करना चाहिए. बिहार में आनेवाले चुनावों के मद्देनजर ट्विटर यूजर आरव ने दावा किया कि छात्र राज्य में बीजेपी के लिए वोट नहीं करेंगे.

बीजेपी को अपनों से भी मिली चेतावनी

प्रद्युम्न नाम के एक यूजर ने कहा कि अगर मांगे नहीं मानी गईं, तो छात्र बिहार चुनाव में बीजेपी को 'बाय-बाय' कहेंगे. JEE मेन और NEET के 25 लाख कैंडिडेट में से करीब 1.40 लाख बिहार से हैं.

बीजेपी को अपनों से भी मिली चेतावनी

नीतीश से भी खफा

छात्रों का गुस्सा और निराशा सिर्फ बीजेपी से ही नहीं है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. छात्रों का आरोप है कि नीतीश इस मुद्दे पर खामोश बैठे हैं.

बीजेपी को अपनों से भी मिली चेतावनी
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बीजेपी को अपनों से भी मिली चेतावनी

बीजेपी को चेतावनी देने वालों में उसके अपने राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी भी शामिल हैं. स्वामी का कहना है कि एग्जाम कराना मोदी सरकार की 'बहुत बड़ी गलती' होगी.

एग्जाम कैंसल न करने के फैसले की इमरजेंसी के सालों से तुलना करते हुए स्वामी ने कहा, "भारतीय वोटर चुपचाप सह जाएगा, लेकिन उसकी याददाश्त तेज है." इमरजेंसी के बाद इंदिरा गांधी की चुनावों में हार हुई थी.

बीजेपी को अपनों से भी मिली चेतावनी

JEE और NEET के खिलाफ ट्वीट करने के अलावा स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि सितंबर में एग्जाम कराने से 'देश में बड़ी संख्या में सुसाइड हो सकते हैं.'

सुब्रमण्यम स्वामी ने भी एग्जाम को दिवाली तक स्थगित करने को कहा है.

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