उदयपुर (Udaipur) में टेलर कन्हैया लाल (Tailor Kanhaiya Lal Murder) की जघन्य हत्या के बाद उदयपुर जैसे ही सामान्य स्थिति में आया तो प्रशासन ने घोषणा की है कि आज कर्फ्यू में चार घंटे की ढील दी जाएगी. लेकिन इंटरनेट सेवाएं अभी भी बंद रहेंगी. शहर में असहज शांति के बीच कल कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जगन्नाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई.
48 वर्षीय कन्हैया लाल की मंगलवार 28 जून को दो लोगों ने हत्या कर दी थी, जिन्होंने हत्या का वीडियो भी बनाया था. बाद में, रियाज अंसारी और ग़ौस मोहम्मद ने एक और वीडियो डाला जिसमें उन्होंने हत्या के बारे में डींग मारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने की धमकी भी दी.
दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पांच अन्य को हिरासत में लिया गया है. दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट पर धमकी देने की शिकायत के बाद कन्हैया लाल को सुरक्षा प्रदान नहीं करने के लिए उदयपुर पुलिस आलोचनाओं के घेरे में आ गई, जिसकी पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी से बड़े पैमाने पर आक्रोश फैल गया.
हत्या के मद्देनजर उदयपुर के महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक सहित भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 32 अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संवेदनशील मामले की जांच देश की शीर्ष आतंकवाद रोधी एजेंसी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है.
जांचकर्ताओं का कहना है कि हत्यारों के पाकिस्तान स्थित समूह दावत-ए-इस्लामी से संबंध थे और उनमें से एक 2014 में कराची भी गया था.
राजस्थान के पुलिस प्रमुख एमएल लाठेर ने कहा कि दर्जी की हत्या एक सुनियोजित आतंकी घटना थी और इसमें और भी लोग शामिल थे. उन्होंने कहा,
"मुख्य आरोपी दावत-ए-इस्लामी के संपर्क में थे. उनमें से एक 2014 में पाकिस्तान के कराची में संगठन से मिलने गया था. हम इसे आतंकी घटना मान रहे हैं."एमएल लाठेर, राजस्थान के पुलिस प्रमुख
एमएल लाठेर ने कहा कि घटना को रोकने के लिए उचित कार्रवाई नहीं करने के लिए एक सहायक उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है.
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