दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को फर्जी पासपोर्ट मामले में सात साल की सजा सुनाई है. छोटा राजन के अलावा बेंगलुरु पासपोर्ट अॉफिस के तीन अधिकारियों को भी इस मामले में सात साल की सजा सुनाई गई है.
सीबीआई की विशेष अदालत ने इस मामले में सजा के साथ तीनों दोषियों को 15 हजार का जुर्माना भी लगाया है.
4 दर्जन से ज्यादा मुकदमों में आरोपी छोटा राजन के खिलाफ यह पहला मामला है, जिसमें अदालत ने उसे सजा सुनाई है.
छोटा राजन दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. दिल्ली कोर्ट ने बाकी तीनों दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने का आदेश दिया है, जो जमानत पर बाहर हैं.
क्या है पूरा मामला?
फर्जी पासपोर्ट मामले में छोटा राजन पर आरोप था कि उसने बंगलुरु पासपोर्ट ऑफिस के तीन अधिकारियों की मदद से फर्जी पासपोर्ट हासिल किया था. फर्जी पासपोर्ट उसने मोहन कुमार नाम से बनवाया था. छोटा राजन की मदद करने वाले तीनों ही अधिकारी फिलहाल रिटायर हो चुके हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, छोटा राजन के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 468, 471, 120बी लगाई गई हैं. बता दें, छोटा राजन के खिलाफ महाराष्ट्र में करीब 70 मामले दर्ज हैं जिसमें पत्रकार जे डे की हत्या का मामला भी शामिल है.
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