उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) में सोमवार, 18 सितंबर की दोपहर को सरगर्मी बढ़ गयी. मवाना थाना क्षेत्र में गुर्जर समाज ने मिहिर भोज जयंती के मौके पर यात्रा निकाली थी. राजपूत करणी सेना ने गुर्जर समाज की इस यात्रा का विरोध किया. प्रशासन ने भी धारा-144 का हवाला देकर यात्रा की छूट नहीं दी थी. रैली में शामिल होने पहुंचे लोगों को पुलिस प्रशासन ने रैली करने से रोक दिया. पुलिस ने सरधना से समाजवादी विधायक अतुल प्रधान सहित 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया.
दरअसल, 18 सितंबर को गुर्जर प्रतिहार वंश के शासक सम्राट मिहिर भोज की जयंती होती है. इस मौके पर गुर्जर समाज के लोग यात्रा निकाल रहे थे.
पुलिसकर्मियों ने यात्रा में शामिल होने की कोशिश करने वाले लोगों को रोकने की कोशिश की, इस दौरान कहासुनी हुई. इसके बाद पुलिस और गुर्जर समाज के लोगों में जमकर धक्का-मुक्की हुई. विवाद बढ़ता देखकर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई.
इसके अलावा यात्रा निकालने की जिद पर अड़े नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर दूसरे स्थानों पर भेज दिया.
एसपी देहात के अलावा एसपी क्राइम अनित कुमार, थाना मवाना, हस्तिनापुर, बहसूमा, फलावदा, इंचौली, गंगानगर, लावड़ सहित लगभग आधा दर्जन थानों की पुलिस फोर्स को मौके पर तैनात किया गया.
बता दें कि सम्राट मिहिर भोज की जाति पर राजपूत क्षत्रिय और गुर्जर समाज दोनों ही अपना-अपना दावा करते हैं.
SP विधायक हिरासत में लिए गए
पुलिस ने सरधना से समाजवादी विधायक अतुल प्रधान सहित 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया. अतुल प्रधान गुर्जर समाज की यात्रा का समर्थन करने बड़ी संख्या में अपने कार्यकर्ताओं के साथ सरधना से मवाना आए हुए थे.
अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार सिंह मौके पर पहुंचे. भारी विरोध और नारेबाजी के बीच पुलिस ने एसपी विधायक को हिरासत में लिया. इन्हें 3 बसों में भरकर पुलिस लाइन भेजा गया और देखते ही देखते कई थानों की पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया. निगरानी के लिए 5 ड्रोन भी उड़ाए.
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