20 साल पहले जिस हथियार को पुराना और बेकार करार दे दिया गया था उसे आज भी उत्तर प्रदेश की आधी पुलिस इस्तेमाल कर रही है. उत्तर प्रदेश की 48 प्रतिशत पुलिस को मजबूरन बेकार 'प्वाइंट थ्री नॉट थ्री राइफल' का इस्तेमाल करना पड़ रहा है.
सीएजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्वाइंट-थ्री नॉट थ्री बोर राइफल को करीब 20 साल पहले फरवरी 1995 में प्रचलन से बाहर घोषित कर दिया गया था. मगर करीब 48% पुलिसकर्मियों को अब भी मजबूरन इसका इस्तेमाल करना पड़ रहा है.
1995 में ही गृह मंत्रालय ने दिया था आदेश
सीएजी की यह रिपोर्ट हाल में उत्तर प्रदेश विधानसभा में पेश की गयी थी. रिपोर्ट के मुताबिक गृह मंत्रालय ने 1995 में ही एक निर्देश जारी कर ‘थ्री नॉट थ्री रायफल’ को इस्तेमाल से बाहर करने का आदेश दे दिया था. साथ ही उसकी जगह किसी नए हाईटेक हथियार को लाना था.
रिपोर्ट में कहा गया है-
उत्तर प्रदेश पुलिस के पास एक लाख 22 हजार राइफल में से 58 हजार 853 प्वाइंट-थ्री नॉट थ्री हैं. जिन्हें 1995 में ही बेकार करार दे दिया गया था.
प्रदेश सरकार ने फरवरी 2017 में यह स्वीकार करते हुए कहा है कि इन रायफल की जगह इंसास रायफल लाई जाएंगी और यह प्रक्रिया अगले पांच साल में पूरी हो जाएगी.
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