उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार को कुंभ मेले में कैबिनेट बैठक की. इसके बाद तकरीबन पूरी कैबिनेट ने संगम में डुबकी लगाई. राज्य के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब कुंभ मेले में कैबिनेट की बैठक हुई.
क्यों बाकी बैठकों से अलग है यह बैठक?
उत्तर प्रदेश में आम तौर पर कैबिनेट बैठकें मंगलवार के दिन राजधानी लखनऊ में होती हैं. ऐसे में योगी सरकार का कुंभ में कैबिनेट बैठक करने का फैसला चर्चा में है. कुंभ में होने जा रही इस बैठक में अहम सांस्कृतिक और धार्मिक फैसले लिए जा सकते हैं.
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने द टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ''(कैबिनेट) बैठक सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में होगी. इसके बाद मंत्री संगम में डुबकी लगाएंगे.''
वीएचपी के कार्यक्रम से ठीक पहले हो रही है यह बैठक
योगी आदित्यनाथ सरकार की यह कैबिनेट बैठक विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के 'सनातन धर्म संसद' से ठीक पहले होने जा रही है. 31 जनवरी से 1 फरवरी तक आयोजित होने जा रहे वीएचपी के इस कार्यक्रम में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा उठाए जाने की संभावना है.
ऐसे में माना जा रहा है कि योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में राम मंदिर का मुद्दा भी शामिल हो सकता है.
राज्य मंत्री भी लगाएंगे कुंभ में डुबकी
इस बैठक में कैबिनेट मंत्री ही शामिल होंगे, लेकिन बैठक के बाद राज्य मंत्री और स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री गंगा में डुबकी लगाएंगे और अक्षय वट पर भी जाएंगे. बताया जा रहा है कि ज्यादातर मंत्री सोमवार रात को ही इलाहाबाद पहुंच चुके हैं.
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