पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा को लेकर बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) आमने-सामने हैं. बीजेपी ने बंगाल पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सोमवार को पूरे पश्चिम बंगाल में 'काला दिवस' मनाने का ऐलान किया है. साथ ही बशीरहाट 'बंद' करने की बात कही है.
दरअसल, शनिवार को 24 परगना जिले के भंगीपारा में हुई झड़प में 4 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद पुलिस ने रविवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं के शवों को अंतिम दर्शन के लिए पार्टी कार्यालय ले जाने से रोक दिया था. इसी को देखते हुए आज बीजेपी ने 'काला दिवस' मनाने का ऐलान किया है.
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गृह मंत्री अमित शाह से मिले गवर्नर केसरीनाथ त्रिपाठी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद अब बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी गृह मंत्री अमित शाह से मिले. राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राज्य में राजनीतिक हिंसा और मौजूदा हालात पर चर्चा की. उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों से मिला और बंगाल को लेकर भी बात हुई. मैंने दोनों को ही बंगाल के हालात के बारे में जानकारी दी.”
पीएम मोदी से मिलने पश्चिम बंगाल के गवर्नर दिल्ली पहुंचे
पश्चिम बंगाल के गवर्नर केसरीनाथ त्रिपाठी दिल्ली पहुंच गए हैं. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. उनका कहना है कि ये एक शिष्टाचार मुलाकात होगी. प्रधानमंत्री के अलावा वह गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलेंगे.
केंद्र सरकार की एडवाइजरी पर ममता सरकार का जवाब
ममता सरकार ने भी एडवाइजरी का जवाब देते हुए केंद्र को एक लेटर लिखा है. पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मलय कुमार डे ने गृह मंत्रालय को लेटर लिखकर कहा,
“हिंसा के सभी मामलों में बिना किसी देरी के कड़ी और उचित कार्रवाई की गई है. कुछ असामाजिक तत्वों ने चुनाव के बाद झड़प की छिटपुट घटनाओं को अंजाम दिया है. कानून लागू करने वाले अधिकारी ऐसे सभी मामलों में बिना किसी देरी के कड़ी और उचित कार्रवाई करते हैं.’’
इसके साथ ही लेटर में कहा गया है, ''उत्तर 24 परगना जिले के नाजट पुलिस थाना क्षेत्र के तहत हुई ताजा घटना में भी मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है. वह भी इस परिस्थिति में, जब इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल सड़कों पर और आस-पास के क्षेत्रों में व्यस्त हैं.'' लेटर में लिखा गया है कि स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी परिस्थिति में इसे कानून लागू करने वाले तंत्र की नाकामी नहीं समझा जाना चाहिए.