ADVERTISEMENTREMOVE AD

एयरसेल-मैक्सिस केस:SC ने ED अफसर के खिलाफ जांच की मंजूरी क्‍यों दी

केंद्र की ओर से एक सीलबंद लिफाफा मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राजेश्वर के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए

Updated
भारत
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

सुप्रीम कोर्ट ने एयरसेल-मैक्सिस मामले की जांच कर रहे ईडी अधिकारी राजेश्वर सिंह के खिलाफ जांच को मंजूरी दे दी है. पहले सुप्रीम कोर्ट ने राजेश्वर के खिलाफ जांच से इनकार कर दिया था. राजेश्वर पर आय से अधिक संपत्ति इकट्ठा करने का आरोप है. लेकिन केंद्र की ओर से एक सीलबंद लिफाफा मिलने के बाद अदालत ने अधिकारी के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए.

केंद्र ने कहा कि वह किसी को बचाना नहीं चाहता. जानिए क्या है ईडी अधिकारी के खिलाफ जांच शुरू करने से जुड़ा पूरा मामला.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या है पूरा मामला

सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी राजेश्वर सिंह के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं. राजेश्वर सिंह एयरसेल-मैक्सिस और 2 जी स्पेक्‍ट्रम मामलों की जांच कर रहे थे. राजेश्वर के खिलाफ रजनीश कपूर ने आय से अधिक संपत्ति इकट्ठा करने का आरोप लगाया था.

सुप्रीम कोर्ट ने पहले राजेश्वर सिंह के खिलाफ जांच पर रोक लगा दी थी. लेकिन 27 जून को केंद्र से एक सीलबंद लिफाफे मिलने के बाद राजेश्वर के खिलाफ जांच न करने का जो अंतरिम आदेश दिया गया था, उसे खत्म कर दिया गया. इससे पहले राजेश्वर सिंह के वकील ने कहा था कि कुछ लोग जांच अफसरों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के झूठे आरोप लगाकर जांच को रोक रहे हैं. एयरसेल-मैक्सिस मामले में पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम पर आरोप हैं.

0

सुब्रह्मण्‍यम स्वामी ने क्या कहा?

बीजेपी नेता सुब्रह्मण्‍यम स्वामी ने इस मामले में रजनीश कपूर की यचिका में पार्टी बनने के लिए याचिका दी थी. कोर्ट ने इस पर 26 जून को सुनवाई की थी. स्वामी ने पहले भी एयरसे-मैक्सिस केस की जांच जल्द पूरा करने की याचिका दी थी. स्वामी ने 25 जून को कहा था कि सुप्रीम कोर्ट एयरसेल-मैक्सिस मामले की जांच जल्द पूरी करने की प्रति अपनी चिंता जता चुका है.

स्वामी के मुताबिक, कोर्ट का कहना था कि एयरसेल-मैक्सिस समेत 2जी स्पेक्ट्रम मामलों की जांच जल्द से जल्द पूरी हो. कोर्ट ने 12 मार्च को सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय को एयरसेल-मैक्सिस मामले की जांच का काम छह महीने के भीतर पूरा करने का आदेश दिया था. इस मामले में तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम से भी जांच एजेंसियों ने पूछताछ की है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

ईडी का क्या है रुख?

इस मामले में राजेश्वर सिंह के खिलाफ आरोपों को लेकर वित्त मंत्रलय और प्रवर्तन निदेशालय आमने-सामने आ गए हैं. वित्त मंत्रालय राजेश्वर सिंह के खिलाफ आरोपों को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ते हुए इसकी जांच की जरूरत बता रहा था, वहीं ईडी ने आधिकारिक रूप से इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. खुद राजेश्वर सिंह ने वित्त सचिव हसमुख अढिया को पत्र लिखकर गंभीर आरोप लगाया है. सुब्रह्मण्यम स्वामी भी राजेश्वर सिंह का बचाव कर रहे हैं.

क्या है एयरसेल मैक्सिस मामला

पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर एयरसेल-मैक्सिस की एफडीआई को मंजूरी देने के लिए आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी की सलाह को नजरअंदाज कर दिया था. मामला एयरसेल में निवेश के लिए ग्लोबल कम्युनिकेशन होल्डिंग सर्विसेज लिमिटेड को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड की ओर मंजूरी देने से संबंधित है.

ईडी के मुताबिक, एयरसेल-मैक्सिस डील में चिदंबरम ने कैबिनेट कमेटी की अनुमति के बिना ही मंजूरी दी थी, जबकि ये डील 3500 करोड़ रुपये की थी.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×