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मॉनसून का कमाल - चावल, दाल और सरसों की बुआई में सुधार

मॉनसून की हालत सुधरते ही देश में फसलों की बुआई में हुआ सुधार

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मॉनसून देश के लिए अच्छी खबर लेकर आएगा.

  • दो साल लगातार सूखे के बाद इस बार खरीफ की बंपर पैदावार की उम्मीद.
  • मॉनसून की सक्रियता से धान की बुआई ने तेजी पकड़ी.
  • 22 जुलाई तक देश में करीब 6.93 करोड़ हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुआई हो चुकी है.
  • पिछले साल से बुआई करीब 3 फीसदी ज्यादा.
  • सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल दाल की खेती में सबसे ज्यादा बढ़त.
  • 22 जुलाई तक देश में 90 लाख हेक्टेयर से ज्यादा में दाल की बुआई हुई.
  • पिछले साल के मुकाबले ये करीब 40 फीसदी ज्यादा.
  • धान की बुआई 1.83 करोड़ हेक्टेयर के पार.
  • तिलहन की बुआई पिछले साल से करीब 4 फीसदी बढ़कर 1.5 करोड़ हेक्टेयर के पार.
  • मोटे अनाजों की बुआई में भी करीब 4 फीसदी की बढ़त.
  • कपास की बुआई अभी भी करीब 12 फीसदी नीचे.
  • पिछले हफ्ते के मुकाबले इसमें काफी सुधार हुआ.
  • 22 जुलाई तक देश में करीब 87 लाख हेक्टेयर में कपास की बुआई हुई.

देशभर में होती अच्छी बारिश का असर अब खेतों पर भी दिखना शुरू हो गया है. इस मॉनसून में बोई जा रही खरीफ की फसल पर नजर डालें तो अब तक बीते साल के मुकाबले ज्यादा बुआई हो चुकी है.

मॉनसून की हालत सुधरते ही देश में  फसलों की बुआई में हुआ सुधार
(फोटो: Reuters)
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जुलाई की शुरुआत से ही बारिश में आई तेजी की वजह से देश में चावल, दालें, तिलहन और कपास की फसलों को फायदा पहुंचा है. बीते साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए इन फसलों की बुआई पिछले साल से ज्यादा हो गई है.

क्या कहते हैं आंकड़े

Financial Express की खबर के मुताबिक कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक हुई बुआई बीते साल की अपेक्षा 3 परसेंट ज्यादा है. 15 दिन पहले बुआई की मात्रा पिछले साल के मुकाबले 6 परसेंट कम थी. अब तक 692 लाख हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर खरीफ की फसल को बोया जा चुका है.

मॉनसून की हालत सुधरते ही देश में  फसलों की बुआई में हुआ सुधार
(फोटो: IANS)

देश के जलाशयों की भी हालत सुधरी

मॉनसून की सुधरी दशा के चलते देश के बड़े जलाशयों की हालत भी सुधरती दिख रही है. लगातार दूसरे हफ्ते इन जलाशयों का जलस्तर 34 परसेंट की दर से बढ़ रहा है. यही जलस्तर 15 दिन पहले18 परसेंट की गति से बढ़ रहा था.

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